क्या उत्तराखंड के धराली में फंसे 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया?

सारांश
Key Takeaways
- 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
- भारतीय सेना ने त्वरित राहत कार्य शुरू किया।
- ड्रोन और खोजी कुत्तों का उपयोग किया गया।
- घायलों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई।
- आपदा प्रबंधन में एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन का सहयोग।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के धराली में भूस्खलन के कारण फंसे 70 से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक बचाया जा चुका है। भारतीय सेना ने बुधवार को बताया कि आपदाग्रस्त क्षेत्र में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान अभी भी जारी है। अब तक 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
सेना के प्रयासों से कई लोगों को पहले ही ऊंचाई वाले स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। यहां सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से राहत और बचाव कार्य चल रहा है। सेना ने बताया कि आपदा वाले क्षेत्र में दो और अतिरिक्त राहत दल तैनात किए गए हैं। ये दल गंगोत्री और धराली में मौजूद हैं। इसी क्षेत्र में हर्षिल से धराली तक सड़क मार्ग खोलने के लिए भारी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। फंसे हुए नागरिकों की खोज के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का सहारा लिया जा रहा है।
बचाए गए लोगों को चिकित्सीय सहायता और भोजन मुहैया कराया जा रहा है। खोज और बचाव अभियान लगातार जारी है, ताकि हर प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचा जा सके। भारतीय सेना प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उत्तराखंड के धराली में भूस्खलन, बादल फटने और पानी के साथ मलबा आने के कारण यह त्रासदी हुई है। 5 अगस्त को इस घटना के बाद से भारतीय सेना त्वरित राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है।
5 अगस्त की दोपहर लगभग 1 बजकर 45 मिनट पर धराली गांव के पास भूस्खलन की घटना हुई। यह स्थान हर्षिल स्थित भारतीय सेना के शिविर से लगभग 4 किलोमीटर दूर है। इस घटना में सेना के कुछ जवान भी लापता हैं। सेना उनकी तलाश में जुटी हुई है। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही भारतीय सेना ने 150 जवानों को त्वरित रूप से रवाना किया, जो महज 10 मिनट में मौके पर पहुंच गए और तुरंत बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया।
शुरुआती प्रयासों में ही सेना ने 20 लोगों को सफलतापूर्वक सुरक्षित निकाल लिया था। लेकिन सेना का स्थान भी भूस्खलन की चपेट में आ गया। इसके बावजूद, सेना द्वारा अब तक कुल 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। घायलों को हर्षिल स्थित भारतीय सेना की चिकित्सा सुविधा में त्वरित इलाज दिया जा रहा है। फंसे हुए लोगों की खोज और बचाव कार्य अभी भी जारी है। सभी उपलब्ध संसाधनों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है, और भारतीय सेना प्रभावित नागरिकों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रयासरत है।