क्या उत्तराखंड में चारधाम के बाद शीतकालीन यात्रा की तैयारी हो रही है?

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क्या उत्तराखंड में चारधाम के बाद शीतकालीन यात्रा की तैयारी हो रही है?

सारांश

उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में तेजी आई है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की पूजा के स्थानों की जानकारी के साथ ही सीएम धामी ने यात्रा की सुरक्षा और सुविधाओं को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। जानिए इस यात्रा के महत्व के बारे में।

Key Takeaways

  • शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में तेजी आई है।
  • चारधाम यात्रा के बाद, अन्य धामों में पूजा की जाएगी।
  • यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर जोर दिया जा रहा है।
  • पर्यटन विभाग एडवेंचर टूरिज्म को भी जोड़ रहा है।
  • मुख्यमंत्री ने सुविधाओं में सुधार का आश्वासन दिया है।

देहरादून, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होते ही शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में तेजी आ गई है। बद्री विशाल भगवान की पूजा अब शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर और नृसिंह भगवान मंदिर ज्योतिर्मठ में की जाएगी, जबकि बाबा केदारनाथ की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में, मां गंगा (गंगोत्री) की पूजा मुखबा में और मां यमुना (यमुनोत्री) की पूजा खरसाली में होगी।

सीएम पुष्कर सिंह धामी पूरे वर्ष तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी उद्देश्य से शीतकालीन यात्रा का महत्व बढ़ाया जा रहा है। पिछले वर्ष, मुख्यमंत्री के अनुरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तरकाशी जिले में शीतकालीन यात्रा पर आए थे। उस समय प्रधानमंत्री ने मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा जाकर मां गंगा की पूजा की थी।

मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा की व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों और अन्य सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों पर ठहरने, परिवहन और सुरक्षा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जाए। शीतकालीन यात्रा स्थलों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए पारंपरिक और आधुनिक माध्यमों का उपयोग करते हुए राज्य की पर्यटन संभावनाओं को देश-विदेश तक पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यटन विभाग शीतकालीन यात्रा और एडवेंचर टूरिज्म को जोड़कर सर्किट बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हालांकि पूरा साल कठिन चुनौतियों से भरा रहा है, लेकिन इस वर्ष चारधाम यात्रा पर पिछले वर्ष की तुलना में अधिक श्रद्धालु आए हैं। यात्रियों की सुरक्षा हमेशा हमारी प्राथमिकता रही है। इसके लिए यात्रा मार्गों को सुधारने के साथ ही धामों में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित कर दिए गए हैं। यात्रा मार्गों और ठहराव स्थलों में सभी आवश्यक सुविधाएं, बेहतर सड़कें, ट्रैफिक व्यवस्था और संचार सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।

उन्होंने कहा कि पहले सुविधाएं सीमित थीं, लेकिन अब यात्रियों के ठहरने के लिए पुख्ता व्यवस्था के साथ ही सभी अन्य सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य के बाद यात्री सुविधाएं काफी बढ़ी हैं। पैदल यात्रा मार्ग को बेहतर बनाया गया है। श्री बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान के अनुसार विकास किया जा रहा है। अब शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में भी यात्री सुविधाओं और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

Point of View

बल्कि यह पर्यटन और अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। सीएम धामी के प्रयासों से यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने और सुरक्षा को प्राथमिकता देने से राज्य की पर्यटन संभावनाएं उजागर होंगी।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा कब शुरू होगी?
उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा की तैयारियां अब तेज हो गई हैं, और यह यात्रा जल्द ही शुरू होगी।
कौन से स्थानों पर शीतकालीन पूजा होगी?
शीतकालीन पूजा बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के विभिन्न स्थानों पर होगी।
सीएम धामी ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं?
सीएम धामी ने यात्रा मार्गों को बेहतर बनाने और स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं।
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