क्या उत्तरकाशी धराली आपदा पर पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सांसदों से की मुलाकात?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का उत्तरकाशी धराली आपदा पर संवेदनशीलता।
- सभी सांसदों को राहत कार्यों में सक्रिय भागीदारी करने का निर्देश।
- केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों का सहयोग।
- आपदा प्रभावितों के लिए तत्काल सहायता की आवश्यकता।
- स्थानीय लोगों के साथ संपर्क बनाए रखने का महत्व।
नई दिल्ली, ६ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तरकाशी धराली आपदा के सिलसिले में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सांसदों से मुलाकात की। इस बैठक में पौड़ी गढ़वाल से भाजपा सांसद अनिल बलूनी, हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, नैनीताल सांसद अजय भट्ट और टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह भी उपस्थित रहे। इस मुलाकात की तस्वीरें अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की।
बैठक के बाद अनिल बलूनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उत्तरकाशी में आई आपदा से मर्माहत, शोकाकुल और व्यथित हैं। वे राहत एवं बचाव कार्य की नियमित समीक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की सभी एजेंसियां राहत, बचाव और पुनर्वास के कार्य में तत्परता से लगी हुई हैं। केंद्र सरकार उत्तराखंड को इस आपदा से लड़ने में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बारे में आज अपने सहयोगी सांसदों महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं अजय भट्ट के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री उत्तरकाशी में आई इस भीषण विपदा से मर्माहत, शोकाकुल और व्यथित हैं। वे राहत एवं बचाव कार्य की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार धराली सहित सभी आपदा प्रभावितों के साथ खड़ी है।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से कहा कि वे अपने लोकसभा क्षेत्र के अतिवृष्टि और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में निवास कर रहे लोगों से संपर्क में रहें और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास करें।"