क्या उत्तरकाशी में तबाही के बीच तीन आईएएस अफसरों की तैनाती से राहत मिलेगी?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तरकाशी में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य जारी है।
- तीन आईएएस अधिकारियों को तैनात किया गया है।
- एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर सक्रिय हैं।
- मौसम राहत कार्य में बाधा डाल रहा है।
- स्थानीय प्रशासन और अन्य एजेंसियां भी मदद कर रही हैं।
नई दिल्ली/उत्तरकाशी, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड सरकार ने उत्तरकाशी में हुई बादल फटने की घटना के बाद तीन आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति की है। इस संबंध में सरकारी आदेश मंगलवार को जारी किया गया।
सरकारी आदेश के अनुसार, जनपद उत्तरकाशी के विकासखंड भटवाड़ी के ग्राम धराली में आई इस प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर बचाव एवं राहत कार्यों में समन्वय के लिए आईएएस अभिषेक रूहेला (2015 बैच), आईएएस मेहरबान सिंह बिष्ट (2016 बैच), और आईएएस गौरव कुमार (2017 बैच) की तैनाती की गई है। इनकी तैनाती अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी।
आदेश में यह भी कहा गया है कि ये अधिकारी आयुक्त-गढ़वाल के दिशा-निर्देशों के तहत कार्य करेंगे। अधिकारियों को तुरंत जनपद उत्तरकाशी के लिए रवाना होने का निर्देश दिया गया है।
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शहीदी ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि उत्तरकाशी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, "सूचना मिलने के बाद हमारी एनडीआरएफ की तीन टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया। दो अतिरिक्त टीमें एयरलिफ्ट के लिए देहरादून एयरपोर्ट पर स्टैंडबाय हैं, लेकिन मौसम के कारण फिलहाल एयरलिफ्टिंग संभव नहीं है। हमारी टीमें जल्द ही प्रभावित क्षेत्रों में पहुँचने की कोशिश करेंगी।"
उन्होंने यह भी कहा, "एनडीआरएफ का ध्यान अब उस आपदा प्रभावित गांव पर है, जहां रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। हमें जानकारी मिली है कि आर्मी की एक टीम, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।"
डीआईजी मोहसिन शहीदी ने कहा, "इस प्रकार की आपदा में रेस्क्यू ऑपरेशन करना चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि लोग मलबे में दब जाते हैं। हमें बचाव कार्य के दौरान विशेष उपकरणों और रस्सियों का उपयोग करना होता है। एनडीआरएफ की 100 बचावकर्मी प्रभावित क्षेत्र में तैनात हैं।"