क्या वाराणसी में 'काशी तमिल संगमम' के उद्घाटन के दौरान सुरक्षा में लापरवाही हुई?
सारांश
Key Takeaways
- काशी-तमिल संगमम का उद्देश्य सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देना है।
- कार्यक्रम 2 से 15 दिसंबर तक चलेगा।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया।
वाराणसी, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वाराणसी में 'काशी-तमिल संगमम' के चौथे संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में एक लापरवाही देखी गई। कार्यक्रम के दौरान एक शराबी व्यक्ति मंच के समीप पहुंच गया। हालांकि, वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़कर हटा दिया।
यह कार्यक्रम उत्तर और दक्षिण भारत को सांस्कृतिक रूप से जोड़ने के लिए वाराणसी के नमो घाट पर आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।
इसी दौरान, नशे में धुत एक युवक मंच के पास पहुंच गया और हंगामा करने लगा। लेकिन, वहां मौजूद कमांडो ने उसे पकड़कर वहां से हटा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह जीवंत कार्यक्रम 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को और गहरा करता है।
काशी तमिल संगमम का चौथा संस्करण 2 से 15 दिसंबर तक चल रहा है। यह तमिलनाडु और वाराणसी के बीच सांस्कृतिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान का एक प्रमुख कार्यक्रम है।
इस पहल की शुरुआत 2022 में हुई थी, जिसका उद्देश्य तमिलनाडु और काशी के बीच प्राचीन सभ्यता, भाषाई और आध्यात्मिक संबंधों को पुनः प्रगाढ़ करना है।