क्या विदेशी शह पर देश में सांप्रदायिक दंगे हो रहे हैं? : भाजपा विधायक सुशील शाक्य

सारांश
Key Takeaways
- सांप्रदायिक दंगे विदेशी समर्थन पर हो रहे हैं।
- योगी सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- तौकीर रजा को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- बरेली में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
- 10 सदस्यीय एसआईटी मामले की जांच कर रही है।
फर्रुखाबाद, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर विवाद के कारण उत्पन्न हुई हिंसा ने सभी को चौंका दिया है। इस घटना के संदर्भ में, रविवार को फर्रुखाबाद के अमृतपुर से भाजपा विधायक सुशील शाक्य ने बरेली की हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देश में हो रहे सांप्रदायिक दंगे विदेशी समर्थन पर हो रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुशील शाक्य ने कहा, "देश में जहाँ-जहाँ मुसलमानों की संख्या अधिक है, वहाँ सांप्रदायिक दंगे होते हैं। ये दंगे विदेशी योजनाओं का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य देश में अशांति फैलाना, लोगों को धर्म और जाति के आधार पर लड़ाना और भारत को विखंडित करना है। कुछ देश भारत की प्रगति से जलते हैं, इसलिए वे हिंदू-मुसलमान के बीच लड़ाई की साजिश करते हैं।"
उन्होंने बरेली की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, "तौकीर रजा ने बिना किसी कारण के पोस्टर लगाने पर शिकायत करने के बजाय कानून अपने हाथ में लिया और दंगा भड़काया। ऐसी गतिविधियाँ 2014 से पहले सामान्य थीं। जगह-जगह बम विस्फोट होते थे, जैसे कि हाईकोर्ट, पटना, और मुगलसराय में। निर्दोष मारे जाते थे। लेकिन योगी सरकार आने के बाद अपराधी और दंगाई बच नहीं पाते। कानपुर में हर दो-तीन साल में दंगा होता था, अब ऐसा प्रयास करने वाले का हाल तौकीर रजा जैसा होगा। गुंडागर्दी और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिशें सहन नहीं की जाएंगी।"
शाक्य ने कहा कि योगी सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के प्रति प्रतिबद्ध है।
यह ध्यान देने योग्य है कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ 7 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और उन्हें फतेहगढ़ जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस ने कुल 10 एफआईआर दर्ज की हैं, 8 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, और 39 अन्य को हिरासत में लिया गया है। बरेली में 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों को 'डेंटिंग-पेंटिंग' की चेतावनी देते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एक 10 सदस्यीय एसआईटी जांच कर रही है।