क्या सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए तानाशाही रवैया अपना रही है? भूपेश बघेल का आरोप

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क्या सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए तानाशाही रवैया अपना रही है? भूपेश बघेल का आरोप

सारांश

भूपेश बघेल ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए तानाशाही रवैया अपना रही है। क्या बस्तर में हो रही घटनाएं वास्तव में लोकतंत्र के लिए खतरा हैं? आइए जानते हैं इस पर उनके बयान का पूरा मर्म।

Key Takeaways

  • भूपेश बघेल ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया है।
  • ननकी राम कंवर की नजरबंदी पर सवाल उठाए गए हैं।
  • भाजपा का तानाशाही रवैया विपक्ष के लिए खतरा बन सकता है।
  • बघेल ने आदिवासी समाज के अधिकारों की रक्षा की मांग की।
  • सरकार की स्वदेशी नीतियों पर सवाल उठाए गए हैं।

रायपुर, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या और प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर को नजरबंद करने का आरोप लगाया। बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे और उनके बयानों पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए तानाशाही रवैया अपना रही है।

भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बात करते हुए ननकी राम कंवर की रायपुर में नजरबंदी पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ आए हैं और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री नजरबंद हैं। वरिष्ठ आदिवासी नेता के ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। भाजपा में आज यह स्थिति है कि कोई भी सच बोलता है तो उसकी बोलती बंद कर दी जाती है। ननकी राम कंवर के साथ ऐसा ही हो रहा है। जब आदिवासी नेता के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है तो अन्य आदिवासी समाज के लोगों के साथ किस तरह का व्यवहार हो रहा होगा, इसकी बस कल्पना ही की जा सकती है।"

उन्होंने कहा, "भाजपा के कथनी और करनी में बहुत अंतर है, जिसे प्रदेश की जनता देख रही है। सिर्फ एक कलेक्टर के हटाने की बात हो रही है। लेकिन, सरकार से यह भी नहीं हो सकता क्या? सरकार के पास कोई विजन नहीं है। स्वदेशी की बात करते हुए उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच बनाया, जिसमें चीनी लाइटें और झालर नहीं जलाने की बात कही थी, लेकिन आज बाजार चीनी सामानों से भरी हुई है। सरकार 'स्वदेशी' और 'लोकल फॉर वोकल' की बस बात करती है, लेकिन बस्तर में आदिवासी समाज के लोग जो एनर्जी बार बनाते थे, उसे बंद कर दिया गया। बहुत सारे उत्पाद हमारे छत्तीसगढ़ की स्वयं सहायता समूह की माताएं-बहनें और नौजवान बनाते थे, उन्हें बंद कर दिया गया।"

बघेल ने आगे कहा, "भाजपा बस्तर में नक्सल की बात करती है, लेकिन वो कांग्रेस के पांच साल का रिकॉर्ड उठाकर देख लें कि कांग्रेस ने विकास के कितने सारे कार्य किए। रिकॉर्ड में कई सारी सड़कें, स्कूल और हॉस्पिटल बने। भाजपा सत्ता में आने के बाद बस्तर के लिए क्या की, वह बता दें।"

Point of View

भूपेश बघेल के आरोपों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। लोकतंत्र का आधार विपक्ष की आवाज है, और यदि किसी भी सरकार द्वारा इसे दबाने का प्रयास किया जाता है, तो यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरा है। हमें यह समझना होगा कि सच्चाई और पारदर्शिता से ही राष्ट्र की प्रगति संभव है।
NationPress
04/10/2025

Frequently Asked Questions

भूपेश बघेल ने किस पर आरोप लगाया?
भूपेश बघेल ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या और ननकी राम कंवर को नजरबंद करने का आरोप लगाया है।
केंद्रीय गृह मंत्री का बस्तर दौरा क्यों महत्वपूर्ण है?
केंद्रीय गृह मंत्री का बस्तर दौरा राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षेत्र में विकास और सुरक्षा के मुद्दों पर केंद्रित है।
भाजपा सरकार पर बघेल के आरोप क्या हैं?
बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए तानाशाही रवैया अपना रही है।
ननकी राम कंवर की नजरबंदी का क्या मतलब है?
ननकी राम कंवर की नजरबंदी से यह संकेत मिलता है कि विपक्ष के नेताओं को अपनी आवाज उठाने से रोका जा रहा है।
भाजपा और कांग्रेस के बीच क्या अंतर है?
बघेल ने भाजपा की कथनी और करनी में अंतर की बात की है, जिसका मतलब है कि भाजपा जो कहती है, वह करती नहीं।