क्या कांग्रेस भ्रामक खबरें फैलाने के लिए 'डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट' चला रही है?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पर झूठी खबरें फैलाने का आरोप।
- विश्वास सारंग की टिप्पणियों पर विचार।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल।
- कांग्रेस विधायकों के प्रशिक्षण की आवश्यकता।
भोपाल, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर समाज में झूठी खबरें फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ‘डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट’ का संचालन करती है, जिसका उद्देश्य भ्रामक जानकारी का प्रचार करना है।
कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस नेता जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के संदर्भ में कहा, "कांग्रेस नेता लगातार समाज में झूठी बातें फैलाने का प्रयास करते हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) एक ‘डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट’ के रूप में कार्य कर रही है, जो पूरी तरह से सनसनीखेज और भ्रामक खबरें फैलाने पर केंद्रित है। मैं इतना ही कहूंगा कि अगर वे करमचंद बनकर जनता के बीच सनसनीखेज खबर फैलाते हैं, तो इसका उन्हें नुकसान होगा।"
कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, "कांग्रेस हमेशा चुनाव आयोग और उसकी प्रक्रियाओं पर सवाल उठाती है, लेकिन केवल तब जब वे हारते हैं। जब वे जीतते हैं, तो सब कुछ ठीक होता है। शिकायत करने के बजाय, उन्हें लोगों के पास जाना चाहिए, उनका विश्वास जीतना चाहिए और फिर राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। चुनाव आयोग एक संवैधानिक और निष्पक्ष संस्था है, जिसने हमेशा निष्पक्ष चुनाव कराए हैं। लेकिन, कांग्रेस बार-बार हर संस्था को बदनाम करने की कोशिश करती है, जो उनकी पराजयवादी मानसिकता को दर्शाता है।"
कांग्रेस विधायकों के प्रशिक्षण के मुद्दे पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, "कांग्रेस नेतृत्व को ध्यान रखना चाहिए कि नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है। सवाल यह है कि कांग्रेस के विधायकों को प्रशिक्षण कौन देगा, जब उनके नेता ही अप्रशिक्षित हैं? क्या राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रशिक्षण किसी ने देखा है? पहले खुद को प्रशिक्षित करना होता है, तभी आप दूसरों को प्रशिक्षित कर सकते हैं। कांग्रेस और उनके नेता घोर अनुशासनहीनता में काम करते हैं। उनसे प्रशिक्षण और अनुशासन की उम्मीद रखना समय की बर्बादी है।