क्या 'वोटर अधिकार यात्रा' को देशव्यापी समर्थन मिल रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य मतदाता अधिकारों की रक्षा करना है।
- इसमें कई प्रमुख राजनीतिक नेता शामिल हो रहे हैं।
- यह यात्रा मात्र एक रैली नहीं है, बल्कि एक जन आंदोलन है।
- इसका समर्थन देशभर में बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली, २२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। वोट चोरी के खिलाफ प्रारंभ हुई 'वोटर अधिकार यात्रा' अब केवल बिहार तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह पूरे देश में एक जन आंदोलन का रूप ले चुकी है। इस यात्रा को और अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेता इसमें भाग लेंगे। यह सूचना कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से साझा की।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक चेहरे इस यात्रा का हिस्सा बनेंगे और लोगों को लोकतंत्र और मतदाता अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे।
केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'वोटर अधिकार यात्रा' वोट चोरी के खिलाफ एक ऐतिहासिक आंदोलन बन गई है, जो केवल बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के नागरिकों को आकर्षित कर रही है। आने वाले सप्ताह में इंडिया और कांग्रेस के प्रमुख नेता इस यात्रा में भाग लेंगे।
यात्रा में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में २६-२७ अगस्त को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, २७ अगस्त को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, २९ अगस्त को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, और ३० अगस्त को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल होंगे।
इसके अलावा, केसी वेणुगोपाल ने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में और भी कई दिग्गज नेता इस यात्रा का हिस्सा बनेंगे।
यात्रा का समर्थन करने वाले अन्य नेताओं में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और अन्य वरिष्ठ विपक्षी नेता शामिल हैं।
कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का कहना है कि यह यात्रा केवल एक राजनीतिक रैली नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एक जन आंदोलन है। विपक्ष का आरोप है कि हाल के चुनावों में वोट चोरी की घटनाएं हुई हैं और इसी के विरोध में यह यात्रा निकाली जा रही है।
कांग्रेस नेताओं का दावा है कि जनता का समर्थन बढ़ता जा रहा है, और यह यात्रा सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को उजागर करेगी। इसके माध्यम से आम लोगों तक यह संदेश पहुंचेगा कि वोट उनका अधिकार है और कोई भी इसे छीन नहीं सकता।