क्या पश्चिम बंगाल सरकार महिला सुरक्षा के प्रति असंवेदनशील है? : जेपी नड्डा

सारांश
Key Takeaways
- महिला सुरक्षा पर चिंता बढ़ रही है।
- भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने रिपोर्ट प्रस्तुत की।
- गैंगरेप के आरोपी गिरफ्तार किए गए।
- राज्य सरकार की असंवेदनशीलता पर सवाल उठ रहे हैं।
- राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
नई दिल्ली/कोलकाता, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता के लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की घटना पर भारतीय जनता पार्टी की जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। यह रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी गई है, जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
भाजपा की 'फैक्ट फाइंडिंग टीम' के सदस्यों ने मंगलवार को जेपी नड्डा से मुलाकात की और बंगाल की स्थिति पर जानकारी साझा की।
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "कोलकाता में लॉ छात्रा के साथ हुए जघन्य अपराध की जांच के लिए गठित भाजपा फैक्ट फाइंडिंग टीम की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। यह रिपोर्ट पश्चिम बंगाल में अराजकता की चरम स्थिति और महिला सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार की चिंताजनक असंवेदनशीलता को उजागर करती है। संदेशखाली से लेकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अब कोलकाता लॉ कॉलेज, पैटर्न वही है: चुप्पी, निष्क्रियता और आरोपियों को संरक्षण।"
भाजपा ने कोलकाता गैंगरेप मामले को लेकर 4 सदस्यीय 'फैक्ट फाइंडिंग टीम' का गठन किया था, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, मीनाक्षी लेखी, सांसद बिप्लब कुमार देब और मनन कुमार मिश्रा शामिल थे।
कोलकाता के लॉ कॉलेज में 25 जून को तीन युवकों ने कथित तौर पर छात्रा के साथ गैंगरेप किया था। आरोपियों में मोनोजीत मिश्रा इसी कॉलेज का पूर्व छात्र है, जबकि अन्य दो आरोपी जैब अहमद और प्रमित यहां पढ़ाई कर रहे थे। मोनोजीत मिश्रा टीएमसी की छात्र इकाई का सदस्य भी बताया जाता है।
छात्रा की शिकायत के बाद मामला सामने आया, जिसके अगले दिन मोनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में एक सिक्योरिटी गार्ड की भी गिरफ्तारी हुई है, जिसने कथित तौर पर पीड़ित छात्रा की मदद से इनकार किया था।
इस वारदात के बाद से भाजपा लगातार पश्चिम बंगाल सरकार पर हमलावर है। राज्य में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी का कहना है, "यह जघन्य अपराध टीएमसी शासन के तहत बंगाल की आत्मा पर एक और धब्बा है, जहां महिलाओं की सुरक्षा से बार-बार समझौता किया जाता है।"