क्या पश्चिम बंगाल में आरजी कर बलात्कार-हत्या की बरसी पर फिर से प्रदर्शन होंगे?

सारांश
Key Takeaways
- बलात्कार और हत्या की पहली बरसी पर प्रदर्शन हो रहे हैं।
- मुख्य आरोपी को आजीवन कारावास की सजा मिली है।
- पीड़िता के माता-पिता ने न्याय की मांग के लिए नबन्ना अभिजन का आह्वान किया है।
- सीबीआई की जांच में अब भी देरी है।
- समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
कोलकाता, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पिछले वर्ष कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की पहली बरसी पर, पश्चिम बंगाल में आज से विरोध प्रदर्शन की एक नई श्रृंखला शुरू होने जा रही है। विभिन्न समूहों द्वारा आयोजित ये प्रदर्शन 15 अगस्त तक जारी रहेंगे।
इस जघन्य अपराध की शिकार जूनियर डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था।
मुख्य आरोपी संजय रॉय को निचली अदालत द्वारा आजीवन कारावास की सजा दी गई है, लेकिन इस मामले में एक बड़ी साजिश का आरोप भी लगाया गया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस पहलू की जांच कर रही है।
हालांकि, केंद्रीय एजेंसी अभी तक अपराध के पीछे की कथित 'बड़ी साजिश' की जांच पूरी नहीं कर पाई है।
इस प्रदर्शन का उद्देश्य प्रदेश सरकार और सीबीआई की लंबित जांच के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
पीड़िता के माता-पिता ने 9 अगस्त को 'नबन्ना अभिजन (राज्य सचिवालय तक मार्च)' का आह्वान किया है और सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे अपनी बेटी की पुण्यतिथि पर न्याय की मांग करते हुए इस जुलूस में शामिल हों।
दंपति सीबीआई के निदेशक प्रवीण सूद से मिलने के लिए नई दिल्ली गए हैं ताकि वे अपनी शिकायतें व्यक्त कर सकें।
पीड़िता के पिता ने कहा, "हम सीबीआई के निदेशक और सर्वोच्च न्यायालय में अपनी वकील करुणा नंदी से मिलने जा रहे हैं। हमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का भी मौका मिल सकता है। हम सीबीआई से अनुरोध करेंगे कि वे इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत एक पूरक आरोप पत्र दाखिल करें।"
हालांकि, उन्होंने पुष्टि की कि वे 9 अगस्त की सुबह 'नबन्ना अभिजन' में भाग लेने के लिए कोलकाता लौटेंगे।