क्या सीएम योगी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने विस्तृत खाका तैयार किया?

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क्या सीएम योगी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने विस्तृत खाका तैयार किया?

सारांश

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में उत्तम कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण सेतु परियोजनाओं की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर बलरामपुर और कानपुर में नए ओवरहेड ब्रिज का निर्माण किया जाएगा, जिससे लाखों लोगों को लाभ पहुंचेगा।

Key Takeaways

  • योगी सरकार ने महत्वपूर्ण सेतु परियोजनाओं का खाका तैयार किया।
  • इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
  • कुल लागत 372 करोड़ रुपये से अधिक होगी।
  • 2 वर्ष में इन परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है।
  • यह जनता के लिए काफी लाभकारी साबित होगा।

लखनऊ, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में उत्तम कनेक्टिविटी के मानकों को स्थापित करने के लिए संकल्पित है। यह लाखों लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जल्द ही महत्वपूर्ण सेतु परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देशानुसार, बलरामपुर जिले में स्थित देवीपाटन मंदिर के निकट 2 लेन और कानपुर में 4 लेन वाले रेल ओवरहेड ब्रिज (आरओबी) का निर्माण किया जाएगा।

इसी प्रकार, कानपुर से उन्नाव (शुक्लागंज) की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए गंगा नदी पर नए फोरलेन ब्रिज का निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। इन तीनों परियोजनाओं का विस्तृत खाका उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है।

इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 2 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है और इन्हें इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में पूरा किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड के अनुसार, देवीपाटन मंदिर के निकट तुलसीपुर-गोंडा रेल सेक्शन पर 57 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से लगभग 629 मीटर लंबा रेल ओवरहेड ब्रिज बनेगा। वहीं, कानपुर में 151 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से फोरलेन आरओबी का निर्माण होगा। इसके अलावा, जीटी रोड पर एक फोरलेन फ्लाईओवर और घंटाघर के निकट 2 लेन का फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा। गंगा नदी पर 163 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से नया फोरलेन पुल बनेगा। यह पुल पुराने क्षतिग्रस्त पुल से 50 मीटर दूर (अपस्ट्रीम दिशा में) होगा। इस प्रकार, इन सभी कार्यों के लिए 372 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे।

इन परियोजनाओं के माध्यम से विशेष रूप से कानपुर में कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया जाएगा। फोरलेन आरओबी का निर्माण कानपुर सेंट्रल-रावतपुर-अनवरगंज रेल सेक्शन पर होगा, जिससे कनेक्टिविटी में व्यापक सुधार होगा। जीटी रोड पर फोरलेन फ्लाईओवर और घंटाघर रोड पर दो लेन का फ्लाईओवर शहरी कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। घंटाघर रोड पर दो लेन का फ्लाईओवर लेवल क्रॉसिंग-2 (जरीब चौकी के समीप) पर बनाया जाएगा।

गंगा नदी में पुराने कानपुर-शुक्लागंज के क्षतिग्रस्त पुल के निकट नए फोरलेन पुल का निर्माण किया जाएगा। यह पुल पुराने पुल से 50 मीटर बाईं ओर (अपस्ट्रीम) बनेगा, जिससे कानपुर और शुक्लागंज की सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी। इन सभी परियोजनाओं को कुल 315 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरा किया जाएगा, और इन्हें भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाएगा।

बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में देवीपाटन मंदिर के निकट लगभग 629 मीटर लंबा आरओबी पुल बनाने की योजना है। यह पुल क्रॉसिंग नंबर 123ए के निकट तुलसीपुर-गोण्डा-तुलसीपुर रेल खंड पर बनाया जाएगा। यह पुल दो लेन का होगा और इसके निर्माण से धाम की कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण सुधार होगा, जिसका फायदा साधारण नागरिकों और श्रद्धालुओं को भी मिलेगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि योगी सरकार द्वारा प्रारंभ की जा रही सेतु परियोजनाएं पंजाब और देश की अन्य क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यह न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि लोगों की जिंदगी को भी सुविधाजनक बनाएगा।
NationPress
24/06/2025

Frequently Asked Questions

इन परियोजनाओं की लागत क्या है?
इन तीनों परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कुल 372 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च होगा।
यह परियोजनाएं कब पूरी होंगी?
इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 2 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है।
कौन सी प्रमुख परियोजनाएं हैं?
मुख्य परियोजनाओं में बलरामपुर में 2 लेन का आरओबी और कानपुर में 4 लेन का आरओबी शामिल हैं।
ये परियोजनाएं किस प्रकार की कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी?
ये परियोजनाएं कानपुर और शुक्लागंज के बीच सड़क कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी।
इनसे लोगों को क्या लाभ होगा?
इनसे लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी और ट्रैफिक जाम की समस्याओं में कमी आएगी।