क्या योगी सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाकर किसानों को खुश किया?
सारांश
Key Takeaways
- गन्ना मूल्य में 30 रुपये की वृद्धि हुई है।
- किसानों के लिए यह निर्णय राहत का संकेत है।
- पारदर्शिता में वृद्धि से निवेश में बढ़ोतरी हुई है।
- किसान अब मोबाइल पर अपनी पर्ची देख सकते हैं।
- गन्ना उत्पादन क्षेत्र में विस्तार हो रहा है।
लखनऊ, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिमी यूपी में गन्ना हमेशा एक महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दा रहा है। योगी सरकार ने फिर से गन्ने के मूल्य में वृद्धि करके किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास किया है। इस पर केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने सरकार का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, ''उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने की मिठास और किसानों की मेहनत को सम्मान दिया। मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद।''
गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद पारदर्शिता बढ़ी है। पहले गन्ना माफियाओं का बोलबाला था, अब एक स्पष्ट प्रणाली स्थापित की गई है। इसके फलस्वरूप चीनी उद्योग में 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। 42 चीनी मिलों का विस्तार किया गया है और 8 नई चीनी मिलें भी लगाई जा सकती हैं। अब किसान अपनी पर्ची मोबाइल पर देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि ऐसी पारदर्शी प्रणाली हर राज्य में होनी चाहिए। 2017 में एथेनॉल की संख्या 61 थी, आज यह 97 हो गई है।
उन्होंने बताया कि पहले एथेनॉल का उत्पादन 41 करोड़ था, जो अब 182 करोड़ हो गया है, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। 2017 तक गन्ना उत्पादन केवल 20 लाख हेक्टेयर में था, अब यह बढ़कर 9.5 लाख हेक्टेयर हो गया है। वर्तमान में 122 चीनी मिलें संचालित हैं। 2007 से 2017 तक 10 साल में 1,47,346 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था, जबकि वर्तमान में यह भुगतान दोगुना हो गया है। गन्ने का भुगतान और पारदर्शिता यही मुख्य कारण है। मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है कि गन्ने का मूल्य जो 370 रुपये था, अब उसे 400 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, और जो 360 था, उसे 390 रुपये किया गया है।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गन्ना किसानों को एक बड़ा उपहार दिया है। सरकार ने गन्ने के मूल्य में प्रति कुंतल 30 रुपये की वृद्धि की है। नई घोषणा के अनुसार, अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल और सामान्य प्रजाति के गन्ने का मूल्य 390 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है। प्रदेश सरकार का यह निर्णय गन्ना किसानों के लिए एक बड़ा राहत है। यह घोषणा पेराई सत्र 2025-26 के लिए की गई है। गन्ना मूल्य वृद्धि से किसानों को 3000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा। पिछले साढ़े 8 वर्षों में गन्ना किसानों को 2,90,225 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है।