क्या बीएमसी की ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी कांग्रेस? : हर्षवर्धन सपकाल
सारांश
Key Takeaways
- हर्षवर्धन सपकाल ने बीएमसी चुनाव में अकेले ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
- कार्यकर्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया।
- कांग्रेस और यूबीटी का गठबंधन बरकरार है।
- वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा।
- कांग्रेस ने अपने सामाजिक मूल्यों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई है।
मुंबई, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने बीएमसी चुनाव को लेकर कहा कि पार्टी ने ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
सपकाल ने स्पष्ट किया कि हम अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। कार्यकर्ताओं की यही मांग थी कि पार्टी को ज्यादा सीटों पर लड़ाई करनी चाहिए। कार्यकर्ताओं की बातों को ध्यान में रखते हुए, हम बीएमसी चुनाव में भाग ले रहे हैं।
हर्षवर्धन सपकाल का यह बयान उस समय आया है जब शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस पर गठबंधन न करने का आरोप लगाया।
इस पर सपकाल ने रविवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर किसी प्रकार की गलतफहमी की आवश्यकता नहीं है। यूबीटी भी हमारा गठबंधन साथी है, और इस तरह की टिप्पणियों की कोई आवश्यकता नहीं। हमने यूबीटी के साथ गठबंधन नहीं तोड़ा है। हमें ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन जब वे उम्मीदें पूरी नहीं हुईं, तो हमने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
प्रदेश अध्यक्ष ने एक्स पर एक जानकारी साझा करते हुए बताया कि कांग्रेस पार्टी, वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ मिलकर मुंबई नगर निगम चुनाव लड़ेगी। यह संवैधानिक संघर्ष का एक नया चरण शुरू कर रहा है।
यह उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक साथ थे, लेकिन जनता ने महायुति को बहुमत दिया। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि महाविकास अघाड़ी के दल बीएमसी चुनाव अलग-अलग लड़ सकते हैं।
इंडियन नेशनल कांग्रेस के 140वें स्थापना दिवस पर, हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा प्रगतिशील सोच, सामाजिक मूल्यों और समानता, भाईचारे, सामाजिक न्याय, स्थिरता और निष्पक्षता जैसे आदर्शों को बनाए रखा है। इस स्थापना दिवस पर हम अपनी जड़ों को याद करते हैं और इन मूल्यों को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।