क्या सी-डॉट के इंजीनियरों का काम केवल तकनीक नहीं, बल्कि राष्ट्र-निर्माण से भी जुड़ा है?

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क्या सी-डॉट के इंजीनियरों का काम केवल तकनीक नहीं, बल्कि राष्ट्र-निर्माण से भी जुड़ा है?

सारांश

केंद्रीय मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने सी-डॉट के इंजीनियरों की तकनीकी उपलब्धियों को राष्ट्र निर्माण से जोड़ा। 2047 तक वैश्विक टेक लीडर्स के साथ प्रतिस्पर्धा की दिशा में उनके योगदान की सराहना की। जानिए सी-डॉट द्वारा लॉन्च किए गए सक्षम-3000 स्विच-कम-राउटर के बारे में, जो भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार है।

Key Takeaways

  • सक्षम-3000 का थ्रूपुट 25.6 टेराबिट प्रति सेकंड है।
  • सी-डॉट का कार्य केवल तकनीकी नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण से भी जुड़ा है।
  • भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में खड़ा होना है।
  • डॉ. चंद्रशेखर ने आत्मनिर्भरता पर जोर दिया।
  • सी-डॉट ने नवीनतम तकनीकी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया।

नई दिल्ली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने बताया कि सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) को 2047 तक नोकिया, एरिक्सन और हुआवेई जैसे वैश्विक तकनीकी नेताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए।

डॉ. चंद्रशेखर ने आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 25.6 टेराबिट प्रति सेकंड थ्रूपुट के साथ उच्च क्षमता वाला सक्षम-3000 स्विच-कम-राउटर लॉन्च किया है। इसे डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) द्वारा विकसित किया गया है।

सक्षम-3000 एक अत्याधुनिक डेटा सेंटर स्विच-कम-राउटर है, जिसे अगली पीढ़ी के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए डिज़ाइन किया गया है।

डॉ. चंद्रशेखर ने सी-डॉट के इंजीनियरों की सराहना करते हुए उनके कार्य को केवल तकनीकी नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण से जोड़ा।

उन्होंने स्वदेशी 4जी/5जी (एनएसए) कोर, एडवांस्ड डिजास्टर मैनेजमेंट सिस्टम, साइबर सुरक्षा समाधान और क्वांटम संचार जैसी भारत की हाल की सफलताओं पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि सी-डॉट ने वितरण, परिनियोजन और वैश्विक महत्वाकांक्षा के एक नए स्तर में प्रवेश किया है।

इंजीनियरों से उन्होंने आग्रह किया कि वे दैनिक समयसीमाओं से परे सोचें और भविष्य की कल्पना करें।

डॉ. चंद्रशेखर ने कहा, "महत्वाकांक्षा भीतर से आनी चाहिए। आइए, हम सफलता की ओर बढ़ें। आइए, हम ऐसा सी-डॉट बनाएं जिस पर न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में विश्वास किया जाए। देश आपके साथ है।"

उन्होंने जोर दिया कि भारत को न केवल उत्पादन करना चाहिए बल्कि नेतृत्व भी करना चाहिए।

उन्होंने कहा, "सरकार इस महत्वाकांक्षा का समर्थन करेगी, जिसमें स्वायत्तता, वित्त पोषण और साझेदारी शामिल हैं।"

उन्होंने 3जीपीपी, आईटीयू और ईटीएसआई जैसे अंतरराष्ट्रीय मानक निकायों में अधिक भागीदारी का भी आह्वान किया।

सक्षम-3000 विरासत और क्लाउड-नेटिव नेटवर्क दोनों के लिए एक भविष्य-तैयार प्लेटफॉर्म है, जो लेयर-2, आईपी और एमपीएलएस प्रोटोकॉल का समर्थन करता है। यह ऊर्जा-कुशल है और पीटीपी और सिंक-ई के माध्यम से समय-संवेदनशील एप्लीकेशन के लिए सुसज्जित है।

फ्लेक्सिबल लाइसेंसिंग, हॉट-स्वैपेबल पावर और फैन यूनिट के माध्यम से उच्च विश्वसनीयता और वेटेड राउंड रॉबिन और डब्ल्यूआरईडी जैसे एडवांस क्यूओएस फीचर्स के साथ यह प्लेटफॉर्म बड़े उद्यमों, दूरसंचार ऑपरेटरों और हाइपरस्केल डेटा केंद्रों की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

Point of View

बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। देश की आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने के लिए सी-डॉट का कार्य विशेष महत्व रखता है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

सी-डॉट क्या है?
सी-डॉट, या सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स, भारत में एक अग्रणी संगठन है जो दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार करता है।
सक्षम-3000 क्या है?
सक्षम-3000 एक उच्च क्षमता वाला स्विच-कम-राउटर है, जिसे सी-डॉट द्वारा विकसित किया गया है। यह 25.6 टेराबिट प्रति सेकंड थ्रूपुट के साथ आता है।
डॉ. चंद्रशेखर का सी-डॉट के बारे में क्या कहना है?
डॉ. चंद्रशेखर ने सी-डॉट के इंजीनियरों के कार्य को राष्ट्र निर्माण से जोड़ा और वैश्विक तकनीकी नेताओं के साथ प्रतिस्पर्धा का समर्थन किया।
भारत की तकनीकी क्षेत्र में क्या महत्वाकांक्षा है?
भारत की महत्वाकांक्षा है कि वह न केवल तकनीकी उत्पादों का निर्माण करे, बल्कि वैश्विक स्तर पर नेतृत्व भी करे।
सी-डॉट का भविष्य क्या है?
सी-डॉट ने वितरण और वैश्विक महत्वाकांक्षा के एक नए चरण में प्रवेश किया है, जो आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण साबित होगा।