क्या मनोहर लाल किफायती ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण अफ्रीका में चर्चा करेंगे?

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क्या मनोहर लाल किफायती ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण अफ्रीका में चर्चा करेंगे?

सारांश

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल जी-20 ऊर्जा परिवर्तन मंत्रिस्तरीय बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंच चुके हैं। उनकी चर्चा का मुख्य विषय किफायती और टिकाऊ ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना है। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक में क्या महत्वपूर्ण बातें होंगी।

Key Takeaways

  • सार्वभौमिक ऊर्जा पहुंच की दिशा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग।
  • नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की सफलता।
  • जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना।
  • सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति।
  • ऊर्जा सुरक्षा पर जोर।

नई दिल्ली, ७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल दक्षिण अफ्रीका में जी-20 ऊर्जा परिवर्तन मंत्रिस्तरीय बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। बैठकों का दौर आज से शुरू हो रहा है और १० अक्टूबर तक चलेगा।

यह बैठक दक्षिण अफ्रीका के क्वाज़ुलु नटाल प्रांत में जी20 की अध्यक्षता में आयोजित की जा रही है। बैठक में दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के ऊर्जा क्षेत्र के दिग्गज एक साथ एक मंच पर अपने विचार रखेंगे। बैठक में वैश्विक ऊर्जा के भविष्य को आकार देने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल "ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, किफायती और विश्वसनीय पहुंच" और "सतत औद्योगिक विकास" के सत्रों में शामिल होंगे। इन चर्चाओं का उद्देश्य किफायती, विश्वसनीय और टिकाऊ ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना है। यह आर्थिक विकास और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की प्राप्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत नवीकरणीय ऊर्जा की ओर कैसे तेजी से बढ़ा है, इस पर बात करेंगे। भारत ने अपनी कुल बिजली क्षमता का ५० प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पन्न करके महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। भारत ने जो किया वह वैश्विक अपेक्षाओं से कहीं आगे है।

बयान में कहा गया है कि यह उपलब्धि स्वच्छ, हरित और अधिक लचीले ऊर्जा भविष्य के निर्माण के लिए भारत की मजबूत प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। साथ ही यह सुनिश्चित करती है कि विकास समावेशी और टिकाऊ बना रहे।

इस बैठक में भारत के मंत्री इस बात पर भी फोकस करेंगे कि ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन सबसे गंभीर वैश्विक चुनौतियों में से हैं। इसका असमान रूप से दुनिया के विकासशील देशों पर असर पड़ रहा है। विकासशील देशों को अक्सर संसाधनों और क्षमता की कमी का सामना करना पड़ता है।

केंद्रीय मंत्री 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के विजन के अनुरूप, न्यायसंगत, किफायती और समावेशी ऊर्जा परिवर्तन प्राप्त करने के उद्देश्य से सहयोगात्मक वैश्विक प्रयासों के प्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराएंगे।

ऊर्जा परिवर्तन कार्य समूह (ईटीडब्ल्यूजी) और ऊर्जा परिवर्तन मंत्रिस्तरीय बैठक (ईटीएमएम) स्वच्छ, सुरक्षित और न्यायसंगत ऊर्जा प्रणालियों पर जी20 के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करेगी।

Point of View

NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

जी-20 ऊर्जा परिवर्तन मंत्रिस्तरीय बैठक कब हो रही है?
यह बैठक ७ अक्टूबर से १० अक्टूबर तक दक्षिण अफ्रीका में हो रही है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल का क्या उद्देश्य है?
उनका उद्देश्य किफायती और टिकाऊ ऊर्जा तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना है।
भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा में क्या उपलब्धि हासिल की है?
भारत ने अपनी कुल बिजली क्षमता का ५० प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पन्न किया है।
बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी?
बैठक में ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, और सतत औद्योगिक विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
क्यों महत्वपूर्ण है यह बैठक?
यह बैठक वैश्विक ऊर्जा के भविष्य को आकार देने में मदद करेगी और विकासशील देशों को संसाधनों की कमी के मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर देगी।
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