क्या आग कभी खत्म नहीं होती? विनेश फोगाट ने कुश्ती रिंग में वापसी का ऐलान किया
सारांश
Key Takeaways
- विनेश फोगाट ने कुश्ती रिंग में वापसी की है।
- उन्होंने अपनी अनुभव और संघर्ष को साझा किया।
- विनेश ने लॉस एंजेल्स ओलंपिक 2028 के लिए दावा किया है।
- उनका बेटा अब उनकी टीम का हिस्सा है।
- विनेश का सफर प्रेरणा से भरा है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय कुश्ती की दुनिया में आज का दिन अत्यंत रोमांचक है। प्रसिद्ध महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अपने स्नान्यास को तोड़ते हुए कुश्ती के रिंग में एक बार फिर से वापसी करने का ऐलान किया है। विनेश ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विस्तृत पोस्ट में इस वापसी की जानकारी साझा की।
विनेश फोगाट ने लिखा, "लोग मुझसे पूछते रहे कि क्या पेरिस अंत था। लंबे समय तक, मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं था। मुझे मैट, दबाव, उम्मीदों, और यहां तक कि अपने सपनों से दूर जाने की आवश्यकता थी। सालों में पहली बार, मैंने खुद को सांस लेने दिया। मैंने अपने सफर के बोझ को समझने के लिए समय लिया। उतार-चढ़ाव, दिल टूटना, त्याग, और मेरे वो रूप जिन्हें दुनिया ने कभी नहीं देखा। और कहीं उस सोच में, मुझे सच मिला। मुझे अब भी यह खेल पसंद है। मैं अब भी मुकाबला करना चाहती हूं।"
उन्होंने आगे लिखा, "उस खामोशी में, मैंने कुछ ऐसा पाया जिसे मैं भूल गई थी, 'आग कभी खत्म नहीं होती।' यह सिर्फ थकान और शोर के नीचे दबी हुई थी। अनुशासन, संघर्ष, यह सब मेरे दिनचर्या का हिस्सा है। मैं कितनी भी दूर चली जाऊं, मेरा एक हिस्सा हमेशा मैट पर बना रहेगा।"
विनेश ने लॉस एंजेल्स ओलंपिक के लिए दावा करते हुए लिखा, "तो मैं यहां हूं, लॉस एंजेल्स ओलंपिक 2028 की ओर एक ऐसे दिल के साथ जो निडर है और एक ऐसी भावना जो झुकने से मना करती है। और इस बार, मैं अकेली नहीं चल रही हूं। मेरा बेटा मेरी टीम में शामिल हो रहा है। मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा। लॉस एंजेल्स ओलंपिक के रास्ते पर मेरा छोटा चीयरलीडर।"
विनेश फोगाट के इस लंबे पोस्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि वह एक बार फिर से ओलंपिक में अपने स्वर्ण पदक जीतने के सपने को पूरा करने के लिए रिंग में वापसी कर रही हैं।
विनेश पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किग्रा फ्रीस्टाइल भारवर्ग के फाइनल में पहुंची थीं। वजन अधिक होने की वजह से उन्हें फाइनल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस निर्णय से हताश होकर विनेश ने पहलवानी को अलविदा कह दिया था।