क्या श्रीलंका एशिया कप में जीत की हैट्रिक लगाएगा? अफगानिस्तान का सुपर-4 में पहुंचना है लक्ष्य!

सारांश
Key Takeaways
- श्रीलंका ने पहले दो मैच जीतकर शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।
- अफगानिस्तान को सुपर-4 में पहुंचने के लिए इस मैच में जीत की आवश्यकता है।
- पिच की स्थितियाँ दोनों टीमों के लिए समान रूप से अनुकूल हैं।
नई दिल्ली, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंका और अफगानिस्तान के मध्य गुरुवार को आबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में एशिया कप 2025 का 11वां मुकाबला आयोजित किया जाएगा। इस मैच का परिणाम ग्रुप-बी की शीर्ष-2 टीमों के भविष्य का निर्धारण करेगा।
ग्रुप-बी की प्वाइंट्स टेबल पर नजर डालें, तो श्रीलंकाई टीम ने शुरुआती दोनों मुकाबले जीतकर पहले स्थान पर कब्जा जमाया है। वहीं, बांग्लादेश ने 3 में से 2 मैच जीते हैं और यह टीम दूसरे स्थान पर है।
इस मुकाबले में श्रीलंका को बल्लेबाजी में पथुम निसांका और कुसल परेरा से उम्मीदें होंगी, जबकि गेंदबाजी में दुशमंथा चमीरा और वानिंदु हसरंगा मैच का परिणाम बदलने की क्षमता रखते हैं।
दूसरी तरफ, अफगानिस्तान की बल्लेबाजी इब्राहिम जादरान और सेदिकुल्लाह अटल पर निर्भर हो सकती है। गेंदबाजी में राशिद खान और नूर अहमद श्रीलंकाई बल्लेबाजों को चुनौती दे सकते हैं।
अफगानिस्तान की टीम 2 में से 1 मैच जीतकर तीसरे स्थान पर है, जबकि हांगकांग की टीम ने अपने पहले तीनों मुकाबले हारकर खिताबी दौड़ से बाहर हो चुकी है।
आबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम की पिच ने एशिया कप में दोनों बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए अनुकूल स्थितियाँ प्रदान की हैं। गुरुवार
टी20 इतिहास पर नजर डालें, तो श्रीलंका का पलड़ा अफगानिस्तान के खिलाफ भारी दिखाई देता है। दोनों टीमों के बीच 2016 से अब तक कुल 8 टी20 मुकाबले खेले गए हैं। इस दौरान श्रीलंका ने 5 मैच जीते, जबकि अफगानिस्तान ने 3 मैच अपने नाम किए।
अफगानिस्तान की टीम: राशिद खान (कप्तान), रहमानुल्लाह गुरबाज, इब्राहिम जादरान, दरवेश रसूली, सेदिकुल्लाह अटल, अजमतुल्लाह उमरजई, करीम जनत, मोहम्मद नबी, गुलबदीन नायब, शराफुद्दीन अशरफ, मोहम्मद इशाक, नूर अहमद, मुजीब उर रहमान, एएम गजनफर, फरीद अहमद मलिक, फजलहक फारूकी और नवीन-उल-हक।
श्रीलंका की टीम: चरिथ असलंका (कप्तान), पथुम निसांका, कुसल मेंडिस, कुसल परेरा, नुवानीडु फर्नांडो, कामिंडु मेंडिस, कामिल मिशारा, दासुन शनाका, वानिंदु हसरंगा, डुनिथ वेलालागे, चमिका करुणारत्ने, महीश थीक्षाना, दुशमंथा चमीरा, बिनुरा फर्नांडो, नुवान तुषारा और मथीशा पथिराना।