क्या भारतीय टीम ने विश्व वुशु चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है? अगला लक्ष्य एशियन गेम्स?

सारांश
Key Takeaways
- भारत की वुशु टीम ने 4 पदक जीते।
- तीन महिला एथलीटों ने विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई।
- भारतीय खिलाड़ियों का अगला लक्ष्य एशियन गेम्स में पदक जीतना है।
- इस उपलब्धि ने विश्व स्तर पर भारतीय वुशु को प्रोत्साहित किया।
- खेल मंत्रालय ने प्रशिक्षण के लिए 5 करोड़ की राशि आवंटित की।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की वुशु टीम ने ब्राजील में आयोजित 17वीं विश्व वुशु चैंपियनशिप में एक ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चार पदक जीते, जो इस प्रतियोगिता में उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह चैंपियनशिप 31 अगस्त से 7 सितंबर, 2025 तक हुई।
भारतीय टीम ने तीन रजत और एक कांस्य पदक जीते। अपर्णा दहिया (52 किग्रा), करीना कौशिक (60 किग्रा) और शिवानी प्रजापति (75 किग्रा) ने रजत पदक जीते। सभी पदक सांडा श्रेणी में आए। सोनीपत के नाहरी गांव के 22 वर्षीय सागर दहिया ने 56 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। इस प्रदर्शन को वैश्विक स्तर पर भारतीय वुशु के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन माना जा रहा है।
यह पहला अवसर था जब तीन भारतीय महिला सांडा एथलीट वुशु विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचीं।
झज्जर की 21 वर्षीय करीना और ग्रेटर नोएडा के दादरी गांव की 22 वर्षीय शिवानी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहली प्रतिस्पर्धा की। सोनीपत की 21 वर्षीय अपर्णा ने चीन में एशिया कप में स्वर्ण और मकाऊ में एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीते।
इस उपलब्धि को युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के माध्यम से समर्थन दिया। प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिता के लिए 2025-26 वार्षिक कैलेंडर में वुशु खेल को 5 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई। ब्राजील में होने वाली 17वीं विश्व वुशु चैंपियनशिप में टीम की भागीदारी के लिए 70 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई।
इस अवसर पर आईओए कार्यकारी परिषद के सदस्य भूपिंदर सिंह बाजवा ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "हमारे खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। तीन में से दो लड़कियां नई थीं। इसके बावजूद उनका प्रदर्शन शानदार रहा। एशियन गेम्स में हमारा लक्ष्य 4 से 5 पदक जीतना है।"
अपर्णा दहिया ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "गोल्ड हाथ से फिसल गया, इसका दुख है। हालांकि इस बार तीन लड़कियां गई थीं और तीनों ने ही फाइनल खेला। ऐसा पहली बार हुआ है। हमने इसके लिए कड़ी मेहनत की है और कोच के साथ लंबे समय से अभ्यास कर रहे हैं। कोच का भरपूर सहयोग मिला है। 2026 एशियन गेम्स की तैयारी कर रही हूं।"
करीना कौशिक ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "हमने अभ्यास काफी किया था। इसका परिणाम हमें मिला। हालांकि गोल्ड न जीत पाने का दुख है। हमें अभ्यास का अच्छा मौका मिला और सुविधा मिली।"
सागर दहिया ने गोल्ड न जीत पाने पर निराशा जताते हुए कहा कि एशियन गेम्स में मेडल जीतने की उम्मीद है।
कोच राजेश कुमार ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था। यह पहली बार हुआ कि तीन महिला खिलाड़ी प्रतियोगिता में गईं और तीनों ने फाइनल खेला। हमें तीनों ही खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद थी। अपर्णा गोल्ड मेडल से बहुत कम अंतर से चूक गई। एशियन गेम्स में पदक जीतना हमारा अगला लक्ष्य है।"