क्या भारत ने एफआईबीए एशिया कप में जॉर्डन को कड़ी टक्कर दी?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने जॉर्डन को कड़ी टक्कर दी।
- अरविंद कृष्णन और प्रणव प्रिंस का प्रदर्शन शानदार रहा।
- भारत की युवा टीम ने साहस और संयम का परिचय दिया।
- जॉर्डन को अनुभव के साथ मुकाबला करना पड़ा।
- भारत का अगला मुकाबला चीन के खिलाफ है।
जेद्दा, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने मंगलवार को किंग अब्दुल्ला स्पोर्ट्स सिटी में 'एफआईबीए एशिया कप 2025' के अपने पहले मैच में अद्भुत प्रदर्शन किया। भारतीय टीम ने खुद से बेहतर रैंकिंग वाली जॉर्डन को ओवरटाइम तक चुनौती दी, लेकिन अंत में भारतीय टीम को 84-91 से हार का सामना करना पड़ा।
जॉर्डन को इस टूर्नामेंट का एक प्रमुख दावेदार माना जा रहा है, जबकि भारत ने साहस और संयम का परिचय देते हुए निर्धारित समय में एक मिनट से भी कम समय शेष रहते 80-76 की बढ़त बना ली। हालांकि, जॉर्डन ने अपने अनुभव के साथ वापसी की और अंततः अतिरिक्त समय में युवा भारतीय टीम को मात दी।
अरविंद कृष्णन ने 14 अंक, 5 रिबाउंड और 4 असिस्ट किए, जबकि प्रणव प्रिंस ने 12 अंक, 7 रिबाउंड, 5 असिस्ट और एक महत्वपूर्ण ब्लॉक लगाया। प्रिंस का हरफनमौला प्रदर्शन चौथे क्वार्टर के आखिरी समय में भारत को मैच पर नियंत्रण दिलाने में महत्वपूर्ण रहा।
हालांकि हार से फैंस का दिल टूटा, लेकिन यह प्रदर्शन सभी का ध्यान खींचने में सफल रहा। इसने एशियाई बास्केटबॉल में भारत की बढ़ती क्षमता को साबित किया है।
मैच के बाद, भारत के हेड कोच स्कॉट फ्लेमिंग ने कहा, "हमारी टीम युवा है। भले ही अंत में हम मानसिक रूप से थोड़े टूट गए, लेकिन हमें वास्तव में गर्व है। यह एक ऐसी टीम है, जिसके बारे में शायद किसी ने नहीं सोचा था कि हम इतना अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हमें एक मौका मिला, जिसका फायदा उठाया।"
भारत की रक्षात्मक रणनीति पूरे मैच में प्रभावशाली रही, जिसने जॉर्डन को हर मोर्चे पर कड़ी चुनौती दी। नियमित समय के आखिरी पजेशन में, प्रणव प्रिंस एक बार फिर केंद्र में रहे, जिन्होंने डिफेंडर्स को अपनी ओर खींचते हुए गेंद मुइन बेक हफीज को पास की, जिनका बजर-बीटिंग प्रयास करीबी अंतर से चूक गया।
जॉर्डन की ओर से हाशेम अब्बास ने 24 अंक और 7 रिबाउंड के साथ शानदार प्रदर्शन किया, जबकि डार टकर 30 अंक के साथ सभी स्कोरर्स में शीर्ष पर रहे।
भारत अब अपने अगले ग्रुप मैच पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो गुरुवार को 16 बार के चैंपियन चीन के खिलाफ खेला जाना है।
इस शीर्ष महाद्वीपीय प्रतियोगिता में क्वालीफाई करने वाली 16 टीमों को चार-चार टीमों के चार ग्रुप में बांटा गया है। पूल में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी।