क्या चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एथलीटों को सम्मानित किया?

सारांश
Key Takeaways
- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में चैंपियनशिप का आयोजन
- उपेंद्र द्विवेदी द्वारा एथलीटों को सम्मानित करना
- भारत की पैरा एथलेटिक्स में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
- 1,000 से अधिक एथलीटों की भागीदारी
- भारत का वर्तमान पदक स्थिति
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का आयोजन धूमधाम से हो रहा है। शनिवार को देश के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लिया और उत्कृष्ट एथलीटों को सम्मानित किया।
उपेंद्र द्विवेदी ने इस आयोजन में भाग लेने वाले भारतीय सेना के अन्य पैरा एथलीटों से भी संवाद किया और उनके समर्पण एवं उपलब्धियों की सराहना की। यह कार्यक्रम देश के लिए एक गर्व का पल था, जिसमें भारत के पैरा एथलीटों की अद्वितीय उपलब्धियों का जश्न मनाया गया, जो लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं और वैश्विक खेल मंच पर देश का मान बढ़ाते हैं।
विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का शुभारंभ 27 सितंबर को हुआ और इसका समापन 5 अक्टूबर 2025 को होगा। यह चैंपियनशिप का 12वां संस्करण है और भारत में आयोजित अब तक की सबसे बड़ी पैरा खेल प्रतियोगिता है। इस आयोजन में दुनिया भर के 1,000 से अधिक एथलीट 186 पदक स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं, जिनमें 101 पुरुषों और 84 महिलाओं की स्पर्धाएं शामिल हैं, साथ ही एक मिश्रित स्पर्धा भी है। यह स्पर्धाओं की संख्या पिछले संस्करण से अधिक है, जो जापान के कोबे में आयोजित हुआ था।
भारत ने शनिवार को तीन और पदक जीते। एकता भयान और सोमन राणा ने क्रमशः महिलाओं की क्लब थ्रो एफ51 और पुरुषों की शॉटपुट एफ57 में रजत पदक जीते, जबकि प्रवीण कुमार (पुरुषों की ऊंची कूद टी64) ने कांस्य पदक जीता। निमिषा चक्कुंगल परमबिल ने 5.74 मीटर का नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया, लेकिन महिलाओं की लंबी कूद टी47 स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने के कारण पदक से चूक गईं।
वर्तमान में, भारत के पास छह स्वर्ण, पांच रजत और चार कांस्य पदक हैं और वह चौथे स्थान पर है। ब्राजील 12 स्वर्ण सहित 37 पदकों के साथ शीर्ष पर है।