क्या इंग्लैंड दौरा प्रसिद्ध कृष्णा के लिए यादगार था?

सारांश
Key Takeaways
- प्रसिद्ध कृष्णा का इंग्लैंड दौरा उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- उन्होंने द ओवल टेस्ट में 8 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई।
- शुभमन गिल की कप्तानी में युवा टीम ने 2-2 से ड्रॉ किया।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज को 2-2 से ड्रॉ करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया। शुभमन गिल की अगुवाई में युवा टीम के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि रही। तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने इस सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रसिद्ध कृष्णा ने बताया कि एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के इस रोमांचक ड्रॉ का अनुभव उनके करियर के सबसे यादगार लम्हों में से एक रहेगा।
29 वर्षीय कृष्णा ने 'द ओवल' में खेले गए पांचवें और निर्णायक टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने कुल 8 विकेट लेकर भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के साथ बातचीत के दौरान, उन्होंने कहा, "दौरे ने मुझे शारीरिक रूप से थका दिया था। इंग्लैंड सीरीज के बाद मैंने 10 दिन का ब्रेक लिया, लेकिन तब भी मुझे शरीर में दर्द महसूस हो रहा था।"
द ओवल टेस्ट के पांचवें दिन को याद करते हुए उन्होंने कहा, "पहली गेंद पर मैंने पहले ही तय कर लिया था कि यह बाउंसर होगी। हालांकि वह गेंद चौके के लिए गई, लेकिन इससे मुझे पिच की समझ में मदद मिली। दूसरी गेंद ने अंदरूनी किनारे को छुआ। पहले दो गेंदों पर आठ रन आने के बावजूद, मैं संयमित रहा।"
कृष्णा ने दूसरे छोर से दबाव बनाने के लिए मोहम्मद सिराज को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि पहले कुछ ओवरों में सिराज की गेंद अधिक स्विंग हो रही थी। जेमी स्मिथ का विकेट लेना निर्णायक साबित हुआ। उस विकेट ने सब कुछ बदल दिया और जब आखिरी विकेट गिरा, तो भारत खुशी से झूम उठा।
उन्होंने उस क्षण को याद करते हुए कहा, "आखिरी विकेट गिरने के बाद जो खुशी मिली, उसे शब्दों में नहीं कह सकते। हमने जोरदार जश्न मनाया। यह अनुभव हमेशा मेरे साथ रहेगा।"
प्रसिद्ध कृष्णा ने इस 5 मैचों की सीरीज में 3 मैच खेलकर 14 विकेट लिए थे।