क्या देशभर में 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' का 45वां संस्करण सफल रहा?
सारांश
Key Takeaways
- फिटनेस को प्राथमिकता दें
- साइकिलिंग एक बढ़िया विकल्प है
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
- जन आंदोलन में भाग लें
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाएं
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' के 45वें संस्करण का आयोजन रविवार को देशभर में हुआ। इस पहल का नेतृत्व युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में किया।
जिम सीरीज की सहायता से देश के 6000 से अधिक स्थानों पर 50000 से ज्यादा लोगों ने इस मुहिम में भाग लिया। फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल का यह संस्करण फिटस्पायर, गोल्ड जिम, फिटनेस फर्स्ट और कल्ट फिट जैसी जिम सीरीज के सहयोग से आयोजित किया गया।
बॉक्सिंग खिलाड़ी मीनाक्षी हुड्डा ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मैं बॉक्सिंग के माध्यम से खुद को फिट रखती हूं। अन्य एथलीट भी अपनी फिटनेस का ध्यान रखते हैं, लेकिन जो लोग खेलों से दूर हैं, उन्हें अपनी दिनचर्या में व्यस्त रहते हुए भी फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।"
उन्होंने आगे बताया, "प्रधानमंत्री मोदी और खेल मंत्री ने देश को फिट रखने के लिए जो पहल की है, उसमें लोगों का ध्यान अब बढ़ने लगा है। अधिक से अधिक लोगों को इस मुहिम में शामिल होना चाहिए। साइकिलिंग के माध्यम से फिट रहना संभव है। वॉकिंग, योग और जिम के माध्यम से भी फिटनेस हासिल की जा सकती है।"
'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' की शुरुआत दिसंबर 2024 में हुई थी और यह फिट इंडिया मूवमेंट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा साइकिलिंग को फिटनेस आंदोलन के रूप में बढ़ावा देने के लिए प्रारंभ किया गया है।
'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' प्रदूषण के समाधान के साथ-साथ मोटापे के खिलाफ एक जन आंदोलन बन चुका है।
खेल मंत्री ने संडे ऑन साइकिल को एक जन आंदोलन के रूप में विकसित होते देखकर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र के लिए स्वस्थ और फिट नागरिक होना आवश्यक है। फिट इंडिया अभियान के माध्यम से, हम नागरिकों में 'आधा घंटा रोज, फिटनेस का डोज' के लिए जागरूकता फैलाना चाहते हैं। मैं हर भारतीय से आग्रह करता हूं कि वे रविवार को साइकिल चलाएं और अपनी फिटनेस को बनाए रखें।"