क्या हम लंबे समय तक बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बना पाएंगे: साई सुदर्शन?

सारांश
Key Takeaways
- साई सुदर्शन की 87 रन की पारी महत्वपूर्ण थी।
- भारतीय टीम ने 318 रन बनाकर मजबूत स्थिति बनाई।
- लंबे समय तक बल्लेबाजी करना टीम की रणनीति है।
- यशस्वी जायसवाल का योगदान भी महत्वपूर्ण था।
- टीम प्रबंधन ने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा रखा।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार को अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में शुरू हुए दूसरे टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने 2 विकेट के नुकसान पर 318 रन बनाए। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे साई सुदर्शन ने 87 रन की पारी खेली। दिन की समाप्ति के बाद सुदर्शन ने कहा कि टीम लंबे समय तक बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बनाना चाहती है।
साई सुदर्शन ने जियोहॉटस्टार पर कहा, "आदर्श रूप से, हम केवल एक बार बल्लेबाजी करना चाहेंगे। हम यथासंभव लंबे समय तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं और सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाना चाहते हैं। हमारे दिमाग में कोई निश्चित संख्या नहीं है, लेकिन हमारा लक्ष्य वेस्टइंडीज को दो बार बल्लेबाजी करने पर मजबूर करना है।"
अपनी पारी पर सुदर्शन ने कहा, "मैं दबाव या खेल की गंभीरता के बारे में नहीं सोच रहा था। मैं इंडिया ए सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करके आया था, इसलिए मेरा ध्यान सिर्फ इस बात पर था कि मैं अपनी पारी को कैसे बेहतर बना सकता हूं। मैंने किसी और चीज के बारे में नहीं सोचा। मेरी कोशिश शांत रहने की थी। यह मेरी बहुत ही संयमित पारी थी। मैच से पहले, मैंने थोड़ा और समय लेने और चीजों को स्वाभाविक रूप से होने देने का फैसला किया था। जायसवाल के साथ बल्लेबाजी करना शानदार था; जिस तरह से वह अच्छी गेंदों पर भी बाउंड्री लगाते हैं, वह दूसरे छोर से देखने में बहुत ही आकर्षक है।"
साई सुदर्शन इंग्लैंड दौरे पर सफल नहीं रहे थे। अहमदाबाद में खेले गए इस सीरीज के पहले टेस्ट में भी वह असफल रहे थे। इस वजह से प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। दिल्ली टेस्ट उनके लिए आखिरी मौके की तरह था, लेकिन बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 87 रन की पारी खेल टीम मैनेजमेंट की अपने प्रति दिखाए भरोसे को सही साबित किया।
पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने यशस्वी जायसवाल के नाबाद 173 रन की मदद से 2 विकेट के नुकसान पर 318 रन बना लिए थे।