क्या अर्शदीप के साथ गेंदबाजी करना मजेदार है? हर्षित राणा
सारांश
Key Takeaways
- अर्शदीप और हर्षित का शानदार प्रदर्शन
- धर्मशाला का मौसम गेंदबाजी के लिए अनुकूल
- टीम का सामूहिक प्रयास
- प्लेयर ऑफ द मैच: अर्शदीप सिंह
- बुमराह की अनुपस्थिति में मिली जीत
धर्मशाला, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) स्टेडियम में रविवार को भारतीय गेंदबाजों का जादू देखने को मिला। 14 दिसंबर को एचपीसीए स्टेडियम में हुए तीसरे टी20आई में जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
मैच के प्रदर्शन पर भारत के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने कहा कि उन्हें अर्शदीप सिंह के साथ नई गेंद साझा करने में बहुत मजा आता है। वह दूसरी ओर से बल्लेबाजों पर दबाव बनाते हैं।
अर्शदीप और राणा ने सीम-फ्रेंडली कंडीशन का पूरा फायदा उठाते हुए पावरप्ले में तीन विकेट लेकर भारत की सात विकेट से जीत की नींव रखी। दोनों ने मिलकर आठ ओवर में 47 रन देकर 4 विकेट लिए, जो भारत की आसान जीत के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ, जिससे उन्हें 2-1 की बढ़त मिली।
राणा ने कहा, “सबसे पहले, मुझे हमेशा नई गेंद से उनके साथ गेंदबाजी करने में मजा आता है, खासकर इसलिए क्योंकि वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक छोर से दबाव बनाते हैं। मुझे उनका साथ देना पसंद है। इसलिए, मुझे उनके साथ गेंदबाजी करने में मजा आता है क्योंकि उनके पास बहुत अनुभव है और मुझे उनसे बहुत मदद मिलती है।”
राणा ने सोमवार को बीसीसीआई के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "मुझे आधी रात को पता चला कि मैं यह मैच खेल रहा हूं। मैं धर्मशाला में पहली बार आया हूं। मैं पहले कभी धर्मशाला नहीं गया। यहां गेंदबाजी करने में बहुत मजा आता है। मुझे मौसम से बहुत मदद मिलती है और यह बहुत मजेदार है।"
अर्शदीप ने 2-13 के अपने फिगर के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता। वह न्यू चंडीगढ़ में दूसरे टी20 में कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने 13वें ओवर में सात वाइड सहित 54 रन दिए। अर्शदीप ने कहा कि दिमाग शांत रखकर खेलने के तरीके और टीम के समर्थन ने उन्हें धर्मशाला में वापसी करने में मदद की।
अर्शदीप ने कहा, "चाहे अच्छा हो या बुरा, मैं बस एक स्तर पर रहने की कोशिश करता हूं। जैसे, मैं एक शांत इंसान बनने की कोशिश करता हूं और रील्स बनाता हूं। मैं ड्रेसिंग रूम का माहौल हल्का रखने की कोशिश करता हूं क्योंकि जब आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हैं और अपने परिवार से दूर होते हैं, तो बहुत दबाव होता है। अगर आपका दिन अच्छा नहीं जाता है, तो वे आपको मदद करने के लिए कंधा देते हैं और आपको अच्छा महसूस कराते हैं। टीम में होने का यही मुख्य मकसद है।"
उन्होंने आगे कहा, “जब भी मैंने वाइड बॉल फेंकी, कैमरा सीधे कोच पर फोकस कर रहा था। इसके लिए, मैं गेंदबाजी कोच मोर्ने से माफी मांगूंगा और कोशिश करूंगा कि आपको कम स्क्रीन टाइम मिले।”
वहीं, दूसरे टी20 में अपनी विजिबिलिटी बढ़ने पर मोर्कल ने हंसते हुए प्रतिक्रिया दी और वे भारत की वापसी से खुश थे। उन्होंने कहा, “मैं बस इस बात से खुश हूं कि लड़कों ने इस गेम में कैसे वापसी की। मुझे लगा कि लड़कों ने गेंदबाजी के साथ बहुत अच्छी वापसी की। धर्मशाला मेरे पसंदीदा ग्राउंड में से एक है।”
—राष्ट्र प्रेस
केके/एएस