क्या कुलदीप यादव ने 'डूबते' करियर के बीच खुद को फिर से साबित किया?
सारांश
Key Takeaways
- कुलदीप यादव ने कठिन समय में भी हार नहीं मानी।
- उनका 2023 में प्रदर्शन शानदार रहा।
- चोटों के बावजूद उन्होंने वापसी की।
- उनकी गेंदबाजी ने टीम को मजबूती दी।
- भविष्य में उनकी संभावनाएँ उज्ज्वल हैं।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। एक समय था जब युजवेंद्र चहल के साथ कुलदीप यादव की जोड़ी को क्रिकेट प्रेमियों ने बेहद पसंद किया। फैंस इन्हें 'कुलचा' के नाम से जानते थे। जब ये दोनों मैदान में होते थे, तो विपक्षी बल्लेबाजों के लिए खेलना बिल्कुल भी आसान नहीं होता था। इस जोड़ी ने मिलकर भारत को कई मैच जीताने में सहायता की, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एक खेल ने इस 'चाइनामैन गेंदबाज' की किस्मत को पलट दिया।
आईपीएल 2019 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए खेलते हुए कुलदीप यादव की ऐसी पिटाई हुई कि वह मैदान पर भावुक हो गए थे। सीजन के 35वें मुकाबले में मोईन अली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पारी के 16वें ओवर में कुलदीप यादव के खिलाफ दो चौके और तीन छक्के जड़ दिए। हालांकि ओवर की अंतिम गेंद पर उन्होंने मोईन का विकेट लिया, लेकिन इसके बाद अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके।
इसी के साथ कुलदीप यादव के लिए बुरा दौर शुरू हो गया। उन्हें 2019 में वनडे फॉर्मेट में कई अवसर मिले, लेकिन वे अपने प्रदर्शन से फैंस को संतुष्ट नहीं कर सके। टी20 क्रिकेट में उन्हें इस मैच के बाद कम मौके मिले। उस आईपीएल मैच के बाद कुलदीप को उस साल केवल एक ही टी20 मैच में खेलने का मौका मिला। 2020 में कोरोना के कारण उन्हें केवल दो मैच खेलने को मिले। 2021 और 2022 में भी उन्हें इस फॉर्मेट में केवल दो-दो मैच खेलने का मौका मिला। टेस्ट क्रिकेट में भी, 2019 से 2022 के बीच कुलदीप को केवल तीन मैचों में खेलाया गया।
यह कुलदीप यादव के अंतरराष्ट्रीय करियर का सबसे खराब दौर था, लेकिन जब 2023 में उन्हें वापसी का अवसर मिला, तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। वे 'कुलदीप यादव 2.0' बनकर लौटे।
2023 में कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वनडे फॉर्मेट के 30 मैचों में 20.48 की औसत से 49 विकेट लिए। वहीं, टी20 फॉर्मेट में उन्होंने 9 मैचों में 14 विकेट हासिल किए।
अगले दो सालों में कुलदीप यादव ने टी20 फॉर्मेट के 15 मैचों में 30 विकेट लिए। वनडे क्रिकेट में 14 मैचों में उन्होंने 23 विकेट लिए। टेस्ट में 2024 और 2025 में कुल 9 मैच खेले, इस दौरान 42 विकेट निकाले।
इस बीच, 2024 में इंग्लैंड ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा किया। कुलदीप 4 मैचों में खेले, जिसमें उन्होंने 114.1 ओवर गेंदबाजी करते हुए 19 विकेट अपने नाम किए। इस सीरीज में कुलदीप यादव ने टेस्ट फॉर्मेट में भी अपनी छाप छोड़ी।
वेस्टइंडीज के खिलाफ अक्टूबर में आयोजित दो मैचों की टेस्ट सीरीज में इस बाएं हाथ के गेंदबाज ने 12 विकेट हासिल किए, जिससे भारत ने सीरीज 2-0 से जीत ली।
हालांकि, भारत ने घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की टी20 सीरीज को 0-2 से गंवा दिया। बावजूद इसके, कुलदीप यादव ने दोनों मैचों में 4-4 विकेट लेकर अपनी काबिलियत साबित की।
इस दौरान कुलदीप चोटों से प्रभावित रहे। आईपीएल 2021 में घुटने की चोट के कारण उन्हें वापसी के लिए 6-7 महीने का समय लगा, और कमर की चोट ने भी उनके प्रदर्शन को बाधित किया। फिर भी, उन्होंने हार नहीं मानी और शानदार वापसी की, यह दिखाते हुए कि उनका सफर अभी खत्म नहीं हुआ है।
कुलदीप यादव एक दुर्लभ गेंदबाज हैं जो क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में अपनी छाप छोड़ते हैं। उनके पास अकेले दम पर मैच जीतने की क्षमता है, और उन्होंने कई मौकों पर यह साबित किया है। उनकी गेंदबाजी ने टीम को संतुलन और विविधता प्रदान की है, जिससे फैंस को उम्मीद है कि कुलदीप भविष्य में भी टीम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।