क्या सेहनाज सिंह हैं फुटबॉल के साथ 'फिटनेस आइकन'?

सारांश
Key Takeaways
- सेहनाज सिंह का जन्म 29 जुलाई 1993 को हुआ।
- उन्होंने कई प्रमुख फुटबॉल टीमों का प्रतिनिधित्व किया है।
- उनका फिटनेस के प्रति समर्पण प्रेरणादायक है।
- सेहनाज के मोटिवेशनल कोट्स युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
- वे जीवन को एक सफर मानते हैं, न कि मंजिल।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय फुटबॉलर सेहनाज सिंह ने आई-लीग और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अपनी पहचान बनाई है। 29 जुलाई 1993 को चंडीगढ़ में जन्मे इस मिडफील्डर ने केवल अपनी फुटबॉल यात्रा के माध्यम से नहीं, बल्कि अपनी फिटनेस से भी सभी को प्रेरित किया है। उनके मोटिवेशनल कोट्स फैन्स को उत्साहित करते हैं।
सेहनाज सिंह ने मोहन बागान, मुंबई एफसी, और दिल्ली डायनामोज जैसी टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने अंडर-19 स्तर पर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 31 अक्टूबर 2011 को एएफसी अंडर-19 कप क्वालीफायर में तुर्कमेनिस्तान अंडर-19 के खिलाफ की थी।
वे 2013 आई लीग सेकेंड डिवीजन में मुंबई टाइगर्स का हिस्सा रहे। उन्होंने 15 जनवरी 2014 को फेडरेशन कप में मुंबई के लिए डेब्यू किया। 20 जून 2014 को उन्होंने मोहन बागान के साथ अनुबंध किया।
जुलाई 2015 में सेहनाज को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के लिए दिल्ली डायनामोज टीम में शामिल किया गया। सितंबर 2021 में, वह दो साल के अनुबंध पर 'नॉर्थईस्ट यूनाइटेड' में शामिल हुए।
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व मैनेजर स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन ने ओमान और गुआम के खिलाफ 2018 वर्ल्ड कप ग्रुप स्टेज गेम्स के लिए सेहनाज को बुलाया था।
उन्होंने 11 जून 2015 को बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में 2018 विश्व कप क्वालीफायर के ग्रुप डी गेम में ओमान के खिलाफ राष्ट्रीय टीम में डेब्यू किया।
सेहनाज सिंह में जीत की भूख है, जो उनकी सोशल मीडिया पोस्ट से स्पष्ट होता है। उनका मानना है कि प्रेरणा ही आपको आगे बढ़ने में मदद करती है। जब तक कोई आपको बुरी तरह चोट नहीं पहुंचाता, तब तक आप अपने अंदर की शक्ति का एहसास नहीं कर सकते।
सेहनाज सिंह का मंत्र है, 'जिंदगी एक सफर है, मंजिल नहीं', और वे स्वयं पर और अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखते हैं। बहाने बनाने के बजाय वे खुद को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। उनका मानना है कि जिसने भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, उसे कभी पछतावा नहीं होगा।