क्या महिला दृष्टिबाधित टीम ने टी20 विश्व कप जीतने पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी को बधाई दी?
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने पहला टी20 विश्व कप जीता।
- फाइनल में नेपाल को 7 विकेट से हराया।
- मोहन चरण मांझी ने टीम को बधाई दी।
- टीम ने इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया।
- इस जीत ने दृष्टिबाधित क्रिकेट का मानक ऊंचा किया।
भुवनेश्वर, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम ने नेपाल को मात देकर पहला महिला दृष्टिबाधित टी20 विश्व कप का खिताब हासिल किया है। फाइनल में भारतीय टीम ने नेपाल को 7 विकेट से हराया। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने भारतीय टीम को बधाई दी है।
मोहन चरण मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "भारतीय महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम को उनकी ऐतिहासिक टी20 विश्व कप जीत पर बहुत-बहुत बधाई। आपके शानदार प्रदर्शन, अनुशासन और पक्के इरादे ने देश को गर्व महसूस कराया है। आपकी लगातार सफलता और भविष्य की उपलब्धियों के लिए मेरी शुभकामनाएं।"
भारतीय महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम ने रविवार को कोलंबो में हुए मुकाबले में नेपाल को 7 विकेट से हराया।
टॉस जीतकर भारतीय टीम ने पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। नेपाल ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 114 रन बनाए।
भारतीय टीम ने 12.1 ओवर में विजयी लक्ष्य हासिल कर लिया और एक ऐतिहासिक जीत हासिल की।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इसी महीने 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार वनडे विश्व कप का खिताब जीता था। उस जीत के 21 दिन बाद दृष्टिबाधित महिला क्रिकेट टीम का खिताब जीतना भारत के क्रिकेट क्षेत्र में बढ़ते दबदबे को दर्शाता है।
भारतीय दृष्टिबाधित टीम ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। नेपाल की टीम ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया। भारत ने लीग मैचों में श्रीलंका को 10 विकेट से, ऑस्ट्रेलिया को 209 रन से, नेपाल को 85 रन से, अमेरिका को 10 विकेट से, पाकिस्तान को 8 विकेट से हराया।
इसके बाद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से और फाइनल में नेपाल को 7 विकेट से हराकर खिताब जीता।
टूर्नामेंट की शुरुआत भारत में 21 नवंबर को हुई थी। भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था।