क्या सैंटियागो नीवा भारतीय महिला बॉक्सिंग टीम के हेड कोच बने?
सारांश
Key Takeaways
- सैंटियागो नीवा की नियुक्ति से भारतीय महिला टीम में नई ऊर्जा का संचार होगा।
- नीवा का लक्ष्य 2028 ओलंपिक्स में मेडल की दावेदारी बढ़ाना है।
- पिछले कार्यकाल में उन्होंने कई मेडल जीते हैं।
- बीएफआई ने नीवा को तकनीकी उत्कृष्टता और अंतरराष्ट्रीय अनुभव के लिए चुना।
- भारतीय महिला टीम ने हाल ही में वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में शानदार प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) ने सैंटियागो नीवा को महिला नेशनल बॉक्सिंग टीम का हेड कोच नियुक्त किया है। नीवा 2017 से 2021 तक भारत के हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर के रूप में कार्यरत रह चुके हैं।
भारत के साथ नीवा का पिछला कार्यकाल देश के हाई-परफॉर्मेंस स्ट्रक्चर पर गहरा प्रभाव छोड़ चुका है। अब स्वीडिश टैक्टिशियन टीम को और उत्कृष्टता की ओर ले जाने के उद्देश्य से भारतीय खेमे में वापस आ रहे हैं।
नीवा के मार्गदर्शन में भारतीय बॉक्सिंग ने 2019 मेन्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीते थे, जिसमें अमित पंघाल ने सिल्वर मेडल और मनीष कौशिक ने ब्रॉन्ज जीता। इसके बाद भारत ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपनी सबसे बड़ी ओलंपिक बॉक्सिंग टीम भेजी, जहां लवलीना बोरगोहेन ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
लॉस एंजेलेस 2028 के संदर्भ में, नीवा सभी वेट कैटेगरी में भारतीय महिला खिलाड़ियों को मेडल की दावेदार बनाने के लिए कार्य करेंगे। उनके पास दो दशकों से अधिक का एलीट इंटरनेशनल कोचिंग अनुभव है और उन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग में कई महत्वपूर्ण हाई-परफॉर्मेंस भूमिकाएँ निभाई हैं।
नेशनल महिला टीम ने हाल ही में ग्रेटर नोएडा में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए सात गोल्ड, एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल जीते।
इस अवसर पर नीवा ने कहा, "मैं भारत वापस आकर बेहद उत्सुक हूं। मेरे पिछले कार्यकाल के 5 साल अद्भुत रहे हैं। मैं इस नए अध्याय का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। मुझे विश्वास है कि हम साथ मिलकर बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। भारतीय महिला टीम में अपार क्षमता है और हम 2028 एलए ओलंपिक में इतिहास रचना चाहते हैं।"
नीवा की नियुक्ति पर बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, "सैंटियागो की नियुक्ति हमारे विमेंस प्रोग्राम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। वह टेक्निकल एक्सीलेंस और अंतरराष्ट्रीय समझ का एक बेहतरीन मिश्रण लेकर आए हैं, जो भारत के प्रदर्शन में सुधार लाएगा।"
उन्होंने यह भी कहा, "हमारे एथलीट्स ने साबित किया है कि वे दुनिया के सबसे कठिन प्लेटफॉर्म पर भी आगे बढ़ सकते हैं। सैंटियागो के मार्गदर्शन में हम भारत की मौजूदगी और महत्वाकांक्षा को दुनियाभर में मजबूत करेंगे।"