क्या एमसीए ने वानखेड़े स्टेडियम में शरद पवार क्रिकेट म्यूजियम का उद्घाटन किया?

सारांश
Key Takeaways
- एमसीए शरद पवार क्रिकेट म्यूजियम का उद्घाटन मुंबई में हुआ है।
- यह म्यूजियम 8,000 वर्ग फुट में फैला है।
- यह भारतीय और वैश्विक क्रिकेट में मुंबई के योगदान को दर्शाता है।
- 22 सितंबर 2025 से म्यूजियम जनता के लिए खुल जाएगा।
- इसमें शरद पवार और सुनील गावस्कर की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।
मुंबई, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने शनिवार को वानखेड़े स्टेडियम में एमसीए शरद पवार क्रिकेट म्यूजियम का औपचारिक उद्घाटन किया। 8,000 वर्ग फुट में फैला यह विश्वस्तरीय म्यूजियम भारतीय और वैश्विक क्रिकेट में मुंबई के अद्वितीय योगदान को समर्पित है।
इस म्यूजियम का उद्घाटन एक भव्य समारोह में हुआ, जिसमें गणमान्य अतिथि, दिग्गज क्रिकेटर, प्रशासक और मुंबई क्रिकेट जगत के सदस्य शामिल थे।
22 सितंबर 2025 से यह म्यूजियम ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से जनता के लिए उपलब्ध होगा। टिकट की कीमतें और समय की जानकारी जल्द ही दी जाएगी।
इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य शरद पवार ने कहा, "मेरे नाम पर इस म्यूजियम का नाम रखा जाना मेरे लिए गर्व की बात है। मुंबई की क्रिकेट यात्रा प्रतिभा, समर्पण और जुनून की कहानी है। मुझे उम्मीद है कि यह म्यूजियम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।"
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, "मैंने हमेशा खुद को क्रिकेट इतिहास का छात्र माना है। हमारे दौर में क्रिकेट के वीडियो नहीं होते थे, सिर्फ किताबें और मैगजीन थीं। हमने पढ़कर सीखा, आत्मकथाओं से सीखा और लिखे हुए शब्दों से ज्ञान लिया। यही वजह है कि इस म्यूजियम को देखकर मुझे खुशी हो रही है। एमसीए ने शानदार काम किया है, सिर्फ मुंबई क्रिकेट के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट के लिए।"
उन्होंने आगे कहा, "कई वर्षों से मुझे लगता था कि हमारे समृद्ध क्रिकेट विरासत को दिखाने के लिए एक म्यूजियम होना चाहिए। एमसीए ने इस विजन को सराहनीय तरीके से साकार किया है। डिजिटल प्रस्तुतीकरण इसे और भी खास बनाता है, क्योंकि भले ही हमारे पास पुराने वीडियो नहीं हैं, लेकिन आज की तकनीक हमें टेलीविजन के आने से पहले के क्रिकेट को फिर से दिखाने का मौका देती है। इस तरह भावी पीढ़ियां खेल के गौरवशाली अतीत से जुड़ सकेंगी और उससे सीख पाएंगी।"
एमसीए अध्यक्ष अजिंक्य नाईक ने कहा, "मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में मुझे गर्व है कि दो महान हस्तियों, शरद पवार और सुनील गावस्कर की प्रतिमाएं अब भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर खड़ी हैं। शरद पवार प्रशासन के महारथी हैं, जिन्होंने अपनी दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता से एमसीए, बीसीसीआई और आईसीसी को बुलंदियों तक पहुंचाया। वहीं 'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर ने अपने रन, जज्बे और भारतीय क्रिकेट में ऐतिहासिक योगदान से एक युग को परिभाषित किया और असंख्य क्रिकेटर्स को प्रेरित किया।