क्या योगेश कथुनिया ने डब्ल्यूपीएसी 2025 में भारत को सिल्वर दिलाया?

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क्या योगेश कथुनिया ने डब्ल्यूपीएसी 2025 में भारत को सिल्वर दिलाया?

सारांश

योगेश कथुनिया ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। उन्होंने डिस्कस थ्रो एफ56 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 42.49 मीटर का थ्रो किया। यह उनकी लगातार तीसरी सिल्वर जीत है। जानिए उनके संघर्ष और सफलता की कहानी।

Key Takeaways

  • योगेश कथुनिया ने 42.49 मीटर का थ्रो किया।
  • यह उनका लगातार तीसरा सिल्वर मेडल है।
  • भारत ने कुल छह मेडल जीते हैं।
  • योगेश ने गिलियन-बैरे सिंड्रोम का सामना किया।
  • भारत को गर्वित करने वाले खिलाड़ी।

नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। योगेश कथुनिया ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 (डब्ल्यूपीएसी) के दौरान जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में भारत को एक और सिल्वर मेडलसिल्वर मेडल उन्होंने पुरुषों की डिस्कस थ्रो एफ56 स्पर्धा में जीता।

इस प्रतियोगिता में, योगेश कथुनिया ने अपने दूसरे प्रयास में 42.49 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया। वहीं, ब्राजील के क्लॉडिनी बटिस्टा ने 45.67 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता, जबकि ग्रीस के कॉन्स्टेंटिनोस त्जुनिस ने 39.97 मीटर के प्रदर्शन के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। क्लॉडिनी बटिस्टा पहले भी 2012 और 2016 पैरालंपिक में पदक जीते हैं।

योगेश कथुनिया ने महज 9 वर्ष की आयु में गिलियन-बैरे सिंड्रोम नामक एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल समस्या का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने कॉलेज के दिनों में 2017 में पैरा गेम्स में भाग लिया।

28 वर्षीय योगेश अब तक दो बार पैरालंपिक मेडलिस्ट रह चुके हैं। उन्होंने 2020 और 2025 पैरालंपिक में सिल्वर जीते हैं।

यह योगेश का विश्व चैंपियनशिप में लगातार तीसरा सिल्वर मेडल है। इससे पहले, उन्होंने फ्रांस (2023) और जापान (2024) में भी सिल्वर मेडल जीते थे।

एक दिलचस्प तथ्य यह है कि टोक्यो 2020 पैरालिंपिक और 2023 पैरा एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में योगेश ने ब्राजील के क्लॉडिनी बटिस्टा से पीछे रहते हुए सिल्वर मेडल जीते थे।

यह विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत का छठा पदक है। भारत ने अब तक दो गोल्ड, तीन सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।

सोमवार को, पुरुषों की भाला फेंक एफ46 वर्ग में रिंकू हुड्डा ने गोल्ड और सुंदर सिंह गुर्जर ने सिल्वर मेडल जीते। सुंदर ने अपने पांचवें प्रयास में 64.76 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो दर्ज किया।

शैलेश कुमार और वरुण सिंह भाटी ने पुरुषों की ऊंची कूद टी63 में क्रमशः गोल्ड और सिल्वर जीते हैं, जबकि दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर टी20 स्पर्धा में सिल्वर जीता है।

Point of View

बल्कि उन्होंने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है। हमें अपने खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए ताकि वे और भी ऊँचाइयों को छू सकें।
NationPress
30/09/2025

Frequently Asked Questions

योगेश कथुनिया ने किस स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता?
योगेश कथुनिया ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो एफ56 स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता।
योगेश कथुनिया का सर्वश्रेष्ठ थ्रो क्या था?
योगेश का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 42.49 मीटर था।
भारत ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में कितने मेडल जीते?
भारत ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में अब तक दो गोल्ड, तीन सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
योगेश कथुनिया की उम्र क्या है?
योगेश कथुनिया 28 वर्ष के हैं।
क्या योगेश कथुनिया ने पहले भी मेडल जीते हैं?
हाँ, योगेश कथुनिया ने 2020 और 2025 पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीते हैं।