क्या वर्ष 2025 ने देश को गहरे जख्म दिए?
सारांश
Key Takeaways
- 2025 में कई गंभीर हादसे हुए हैं।
- प्रयागराज महाकुंभ और गोवा अग्निकांड जैसे बड़े हादसों ने देश को हिलाकर रख दिया।
- हादसों का मुख्य कारण लापरवाही और भीड़
- आस्था या जश्न को सही तरीके से आयोजित करने की आवश्यकता है।
- सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 ने अपने साथ अनगिनत उपलब्धियों के साथ-साथ कई दर्दनाक हादसे भी लिए। आस्था की भीड़ ने कई जिंदगियों को खतरे में डाला, जश्न ने मातम का रूप धारण किया, और तकनीकी लापरवाही ने सैकड़ों घरों के उजाले समाप्त कर दिए। इनमें प्रयागराज महाकुंभ की भगदड़ से लेकर गोवा के नाइट क्लब में हाल ही में हुए अग्निकांड जैसी घटनाएं शामिल हैं। दिसंबर में भी कई बड़े हादसों के चलते अनेक लोगों ने अपनी जानें गंवाईं।
पिछले दो हफ्तों में देश के विभिन्न राज्यों में तीन दर्दनाक बस हादसे हुए। तमिलनाडु के कडलूर में हुए एक हादसे में 9 लोगों की जान चली गई। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एक स्लीपर बस में आग लगने से 7 लोगों की मृत्यु हो गई। उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर भी एक बड़े हादसे के कारण 18 लोगों की जान गई।
6 दिसंबर की रात को गोवा के नाइट क्लब में आग लगने की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस अग्निकांड में कम से कम 25 लोग मारे गए और 6 अन्य घायल हुए।
27 सितंबर को तमिलनाडु के करूर में एक भगदड़ हुई, जिसमें 41 लोगों की जान गई। यह घटना तब हुई जब टीवीके नेता और अभिनेता विजय के एक कार्यक्रम में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी।
जून के अंत में तेलंगाना के पाशमेलारम में एक फार्मास्यूटिकल फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, जिससे 30 से अधिक लोगों की जान गई।
12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई।
9 जून को मुंबई में लोकल ट्रेनों की भीड़ ने कई यात्रियों की जान ले ली। मुंब्रा के पास, भीड़ के कारण कई यात्री ट्रेन से गिर गए।
4 जून को बेंगलुरु में आईपीएल जीत के जश्न में भगदड़ मच गई, जिससे 11 लोगों की मृत्यु हो गई।
मई में गोवा के शिरगांव गांव में श्री लैराई देवी मंदिर की वार्षिक 'लैराई जात्रा' के दौरान भी भगदड़ हुई, जिसमें 5 से अधिक लोग मारे गए।
15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोग मारे गए।
29 जनवरी को प्रयागराज महाकुंभ में 37 लोग भगदड़ के कारण मारे गए।