क्या अदाणी एंटरप्राइजेज एनसीडी के जरिए 1,000 करोड़ रुपए जुटाएगी? 9 जुलाई को खुलेगा इश्यू

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी एंटरप्राइजेज का एनसीडी इश्यू 1,000 करोड़ रुपए का है।
- इश्यू 9 जुलाई को खुल रहा है।
- प्रति वर्ष 9.30 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा।
- एनसीडी की फेस वैल्यू 1,000 रुपए है।
- इश्यू का बेस साइज 500 करोड़ रुपए है।
अहमदाबाद, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने रविवार को 1,000 करोड़ रुपए के सुरक्षित, रेटेड और सूचीबद्ध रिडीमेबल, नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) के अपने दूसरे सार्वजनिक इश्यू की घोषणा की।
यह इश्यू 9 जुलाई को खुलेगा और 22 जुलाई को बंद होगा (समय से पहले बंद करने या विस्तार के विकल्प के साथ), और इसमें प्रति वर्ष 9.30 प्रतिशत तक का ब्याज एनसीडी होल्डर्स को दिया जाएगा।
प्रत्येक एनसीडी की फेस वैल्यू 1,000 रुपए है। प्रत्येक आवेदन में न्यूनतम 10 एनसीडी के लिए अप्लाई करना होगा। न्यूनतम आवेदन राशि 10,000 रुपए होगी।
कंपनी के अनुसार, एनसीडी समान रेटिंग वाले एनसीडी और सावधि जमा की तुलना में प्रतिस्पर्धी यील्ड्स प्रदान करते हैं और इन्हें बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है। प्रस्तावित एनसीडी को "केयर एए-; स्थिर" और "(आईसीआरए) एए- (स्थिर)" रेटिंग मिली है।
इससे पहले, पिछले साल सितंबर में लॉन्च हुआ 800 करोड़ रुपए का एईएल का पहला एनसीडी इश्यू खुलते ही एक ही दिन में पूरा सब्सक्राइब हो गया था।
अदाणी ग्रुप के ग्रुप सीएफओ जुगेशिंदर 'रॉबी' सिंह ने कहा, "एईएल द्वारा एनसीडी का दूसरा सार्वजनिक इश्यू समावेशी पूंजी बाजार विकास और दीर्घकालिक बुनियादी ढांचे के विकास में खुदरा भागीदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है। यह नया इश्यू एईएल की पहली एनसीडी पेशकश के लिए बाजार की मजबूत प्रतिक्रिया के बाद आया है, जिसमें छह महीने के भीतर रेटिंग अपग्रेड के बाद डेट निवेशकों के लिए पूंजीगत मूल्यवृद्धि देखी गई है, जो समूह की निरंतर डिलीवरी और वित्तीय मजबूती को दर्शाता है।"
कंपनी ने कहा कि एनसीडी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि में उपलब्ध हैं, जिसमें आठ सीरीज में तिमाही, वार्षिक और संचयी ब्याज भुगतान विकल्प हैं।
अदाणी समूह की फ्लैगशिप कंपनी और बाजार पूंजीकरण के मामले में भारत की सबसे बड़ी सूचीबद्ध बिजनेस इनक्यूबेटर के अनुसार, इश्यू का बेस साइज 500 करोड़ रुपए का है, जिसमें अतिरिक्त 500 करोड़ रुपए (ग्रीन शू ऑप्शन) तक ओवर-सब्सक्रिप्शन को बनाए रखने का विकल्प है, जिससे कुल इश्यू का साइज 1,000 करोड़ रुपए हो जाता है।
एईएल एकमात्र कॉर्पोरेट (एनबीएफसी सेक्टर के बाहर) है जो खुदरा निवेशकों के लिए सूचीबद्ध डेट उत्पाद पेश करता है, जिससे व्यक्तिगत और गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए भारत की बुनियादी ढांचे की विकास कहानी में भाग लेने का एक दुर्लभ अवसर पैदा होता है।
केयर रेटिंग्स ने पहली बार 19 फरवरी, 2025 को एईएल की क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड किया और 18 जून को रेटिंग की पुनः बरकरार रखा था।