क्या 'कमजोर' लोगों के हाथ में यूरोप के कई देश 'पतन की ओर' हैं?: ट्रंप
सारांश
Key Takeaways
- डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोप के नेताओं को कमजोर बताया है।
- यूरोप में प्रवासियों का बोझ बढ़ता जा रहा है।
- यूक्रेन संकट पर यूरोपीय नेताओं की भूमिका पर ट्रंप का विश्वास नहीं है।
- रूस यूक्रेन से ज्यादा मजबूत स्थिति में है।
- ट्रंप प्रशासन ने यूरोप में पुरानी नीतियों के खिलाफ प्रतिरोध का संकेत दिया है।
वाशिंगटन, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह व्यक्त किया कि यूरोप के कई देशों का नेतृत्व "कमजोर" व्यक्तियों के हाथ में है, और ये देश "पतन की ओर" बढ़ रहे हैं। यह बयान उन्होंने 'पॉलिटिको' को दिए एक साक्षात्कार में दिया।
मंगलवार को पॉलिटिको के साथ अपने साक्षात्कार में व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि वे कमजोर हैं, लेकिन मुझे यह भी लगता है कि वे बहुत ज्यादा पॉलिटिकली करेक्ट होना चाहते हैं।"
ट्रंप ने आगे कहा, “उन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या करना चाहिए। यूरोप भी रास्ता नहीं ढूंढ पा रहा।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि यूरोप ने अपनी बॉर्डर पॉलिसी में बदलाव नहीं किया तो कुछ देश आगे चलकर सही तरीके से टिक भी नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि लंदन और पेरिस जैसे शहर मध्य-पूर्व और अफ्रीका से आ रहे प्रवासियों के बोझ तले दबते जा रहे हैं।
यूक्रेन संकट पर भी उन्होंने यूरोपीय देशों की भूमिका को कम आंका। राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन संकट को समाप्त करने की कोशिश में यूरोपीय नेताओं की भूमिका पर उन्हें ज़्यादा भरोसा नहीं है। उनके अनुसार, “वे बात तो बहुत करते हैं, पर कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता और युद्ध चलता ही जा रहा है।”
ट्रंप ने कहा कि रूस स्पष्ट रूप से यूक्रेन से ज़्यादा मजबूत स्थिति में है, साथ ही उन्होंने यूक्रेन से नए चुनाव कराने की अपनी मांग दोहराई।
पिछले गुरुवार जारी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह यूरोप में प्रवासन और अन्य संवेदनशील मुद्दों पर चली आ रही पुरानी नीति के खिलाफ “प्रतिरोध खड़ा करने” की कोशिश करेगा।
इस पर यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा दस्तावेज़ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कोई भी मित्र देश किसी दूसरे मित्र देश के लोकतांत्रिक जीवन या उसकी घरेलू नीतियों में हस्तक्षेप करने की धमकी नहीं देता है।"