क्या 'योग' केवल एक दिवस तक सीमित रहना चाहिए? : अखिलेश यादव

सारांश
Key Takeaways
- योग का अभ्यास हर दिन किया जाना चाहिए।
- योग केवल एक दिन का नहीं, बल्कि जीवन का हिस्सा होना चाहिए।
- सार्वजनिक पार्क स्थापित करना आवश्यक है।
- योग हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- समाज में योग का प्रचार-प्रसार करना चाहिए।
लखनऊ, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योग दिवस की शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि योग केवल एक दिन की बात नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे हर दिन अपनाया जाना चाहिए।
अखिलेश यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया पर कहा कि योग दिवस पर तन, मन, वचन और व्यवहार के माध्यम से स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने कहा कि योग का अभ्यास केवल एक दिन तक सीमित नहीं रहना चाहिए, इसलिए हमने अपने कार्यकाल में सार्वजनिक पार्क भी बनवाए थे और आगे भी बनवाए जाएंगे। जो लोग अपने स्वार्थ के कारण जमीनों पर कब्जा कर इमारतें खड़ी कर रहे हैं, उन्हें जनता के कल्याण के लिए पार्क बनवाने चाहिए। सपा का उद्देश्य हमेशा जनता के भले के लिए काम करना है।
ज्ञात हो कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रदेश भर में धूमधाम से मनाया गया। इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग और आम जनता ने भाग लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में योगाभ्यास किया, जबकि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में योग किया। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने गाजियाबाद में योग किया। राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा नेता नीरज सिंह, एमएलसी मुकेश शर्मा, और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह उपस्थित रहे।
योग दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है, तभी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। उन्होंने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह आत्मा की शक्ति को बढ़ाने का एक माध्यम है। यह हमारे ऋषियों की परंपरा है, जिसे वेदों, पुराणों और शास्त्रों ने जीवित रखा है। यूपी में शनिवार को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों ने योग कर स्वस्थ रहने का प्रण लिया। शहर से लेकर गांव तक आयोजित कार्यक्रमों में लोगों ने योग किया।