क्या लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल की कस्टडी बढ़ाई गई?
सारांश
Key Takeaways
- एनआईए ने अनमोल बिश्नोई की कस्टडी को 7 दिन के लिए बढ़ाया।
- अनमोल का संबंध लॉरेंस बिश्नोई के टेरर सिंडिकेट से है।
- अनमोल पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
- अनमोल को अमेरिका से अवैध निवास के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- एनआईए की कार्रवाई ने सुरक्षा मुद्दों को उजागर किया।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष एनआईए कोर्ट ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की कस्टडी को बढ़ाने का निर्णय लिया है। उनकी एनआईए कस्टडी को 7 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है।
चूंकि यह हाई-प्रोफाइल और सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील मामला है, एनआईए के जज ने स्वयं एनआईए मुख्यालय में बंद कमरे में सुनवाई की।
अनमोल बिश्नोई को हाल ही में अमेरिका से अवैध रूप से निवास करने के आरोप में डिपोर्ट किया गया था। भारत आने के बाद से, एनआईए ने उसे कड़ी सुरक्षा में हिरासत में लेकर कई गंभीर मामलों में पूछताछ शुरू की है।
यह ध्यान देने योग्य है कि एनआईए ने 19 नवंबर को अमेरिका से प्रत्यर्पण कर अनमोल बिश्नोई को गिरफ्तार किया था। वह 2022 से फरार था और एनआईए के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था, जिस पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। वह लॉरेंस के टेरर सिंडिकेट के 19वें आरोपी के रूप में जाना जाता है।
अनमोल को नवंबर 2024 में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में अवैध प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जहां एफबीआई ने उसके डीएनए और वॉयस सैंपल से उसकी पहचान की थी। इसके बाद लंबी डिपोर्टेशन प्रक्रिया का सामना करना पड़ा। इससे पहले, मार्च 2023 में एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई के तहत टेरर-गैंगस्टर साजिश मामले में अनमोल के खिलाफ 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी।
जांच के दौरान यह पाया गया कि 2020 से 2023 के बीच, अनमोल ने गोल्डी बराड़ और लॉरेंस के निर्देशों पर भारत में कई आपराधिक गतिविधियाँ कीं। वह अमेरिका से ही गैंग को दिशा-निर्देश देता था और शूटरों को शरण, हथियार और लॉजिस्टिक सप्लाई प्रदान करता था। पंजाब के फाजिल्का का निवासी अनमोल नेपाल, दुबई और केन्या के रास्ते अप्रैल 2022 में फर्जी पासपोर्ट के जरिए अमेरिका भागा था।
अनमोल का नाम कई हाई प्रोफाइल मामलों से जुड़ा है, जिसमें अक्टूबर 2024 में मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला शामिल है, जिसमें वह मुख्य साजिशकर्ता था।