क्या अर्जुन सिंह ने राहुल गांधी को 'ओरिजनल पप्पू' कहा?

सारांश
Key Takeaways
- अर्जुन सिंह ने राहुल गांधी को 'ओरिजनल पप्पू' कहा।
- ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप।
- एसआईआर का पुनः लागू होना महत्वपूर्ण।
- राजनीतिक बयानबाजी में सतर्कता की आवश्यकता।
- राजनीतिक हिंसा पर चिंतन।
परगना, ५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस की केरल इकाई ने बिहार की तुलना 'बीड़ी' से करने के बाद राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और बैरकपुर के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने राहुल गांधी पर सीधा हमला किया।
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी को यह भी नहीं पता कि बीड़ी किसे कहते हैं और गाँव किसे।" जब एक व्यक्ति ने राहुल से पूछा कि राजस्थान में फसल बर्बाद हो गई है, तो उन्होंने उत्तर दिया था, 'फसल खुले में क्यों बोते हो? घर के अंदर बोना चाहिए।' राहुल गांधी ओरिजनल पप्पू हैं।
अर्जुन सिंह ने 'द बंगाल फाइल्स' को बंगाल में रिलीज न होने देने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी मानसिक रूप से दिवालियापन का शिकार हो गई हैं; कोई भी फाइल हो, वह नहीं रोक सकती हैं।"
ममता के 'वोट चोरी' वाले बयान पर उन्होंने कहा कि उनके राज में पंचायत चुनाव में १०० से अधिक लोगों की हत्या हुई थी, तो वह कैसे कह सकती हैं कि चोर कौन है? "वह खुद चोरी और खून करती हैं, चुनाव में जीतने के लिए हत्या करती हैं।" उनके पास किसी को चोर कहने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में संशोधन को सही ठहराया। "जो लोग मर गए हैं या कहीं चले गए हैं, उनका नाम काटना सही है।" ममता बनर्जी की आदत भी चोरी जैसी हो गई है।
हाल ही में केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के महत्व पर भी चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि इसका सही तरीके से क्रियान्वयन हो।
करीब २२-२३ साल पहले पश्चिम बंगाल में एसआईआर लागू किया गया था और अब इसे फिर से लागू किया जा रहा है। "एक परिपक्व लोकतंत्र के लिए एसआईआर जैसे सुधार आवश्यक हैं ताकि राज्य में अवांछित नाम, यानी गैर-भारतीय नागरिकों के नाम, मतदाता सूची से हटाए जा सकें।" यह प्रक्रिया लोकतंत्र को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए महत्वपूर्ण है।