क्या अशोक पंडित ने 'धुरंधर' की तारीफ में कसीदे पढ़े?

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क्या अशोक पंडित ने 'धुरंधर' की तारीफ में कसीदे पढ़े?

सारांश

फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने आदित्य धर की 'धुरंधर' फिल्म की प्रशंसा की और इसे इस दशक की बेहतरीन फिल्म बताया। उन्होंने फिल्म के संवाद और कलाकारों के प्रदर्शन की तारीफ की। जानिए उन्होंने क्या कहा और क्यों यह फिल्म खास है।

Key Takeaways

  • अशोक पंडित ने 'धुरंधर' को इस दशक की बेहतरीन फिल्म बताया।
  • फिल्म में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर प्रकाश डाला गया है।
  • फिल्म के कलाकारों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
  • फिल्म का संवाद समाज को जागरूक करने में मदद करता है।
  • फिल्म ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया है।

मुंबई, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता और भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन निर्देशक संघ के अध्यक्ष अशोक पंडित ने निर्देशक आदित्य धर की नई फिल्म ‘धुरंधर’ की दिल खोलकर प्रशंसा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इस फिल्म को इस दशक की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक बताया और पूरी टीम को बधाई दी।

अशोक पंडित ने कहा कि यह फिल्म पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और देश के भीतर छिपे दुश्मनों को उजागर करती है। उन्होंने लिखा, “वाह, आदित्य धर और ‘धुरंधर’ की पूरी टीम! मैं भाग 2 का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूँ।”

उन्होंने फिल्म के एक संवाद का उल्लेख करते हुए कहा, “हिंदुस्तान का सबसे बड़ा दुश्मन हिंदुस्तानी ही हैं, पाकिस्तान तो दूसरे नंबर पर आता है।” यह संवाद देश की कड़वी सच्चाई को बयान करता है। आदित्य धर की यह मास्टरपीस फिल्म धुरंधर इस दशक में भारतीय सिनेमा की बेहतरीन कृतियों में से एक है। एक फिल्म निर्माता के रूप में उनका दृढ़ संकल्प हर फ्रेम में झलकता है, जो उनकी टीम को सिनेमैटोग्राफी, एक्शन, संगीत, संपादन, उत्पादन डिजाइन, कास्टिंग, और निश्चित रूप से, निर्देशन में उत्कृष्टता की प्रेरणा देता है।

फिल्म के कलाकारों की प्रशंसा करते हुए अशोक ने रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, आर. माधवन, अर्जुन रामपाल, संजय दत्त, सारा अर्जुन और अपने दोस्त राकेश बेदी को सरप्राइज पैकेज बताया। उन्होंने कहा कि हर कलाकार की प्रदर्शन बारीक और प्रभावशाली है, जो दर्शकों पर एक गहरा प्रभाव छोड़ती है।

अशोक ने इस संवेदनशील और जटिल विषय को स्क्रीन पर इतनी बारीकी से पेश करने के लिए आदित्य धर की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “शोध, विस्तार और हर दृश्य इतने बेहतरीन तरीके से बनाए गए हैं कि फिल्म खत्म होने के बाद भी याद रहती है।”

फिल्म देखने का अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि हाउसफुल थिएटर में दर्शक खुश होते, तालियां बजाते और जोश में दिखते हैं, जो साबित करता है कि फिल्म ने अपना काम कर दिया है। उन्होंने ‘धुरंधर’ की सफलता को उन ताकतों के लिए एक तमाचा बताया जो रिलीज से पहले इसे गिराने की कोशिश कर रही थीं।

फिल्म निर्माता ने कहा, “यह साबित करता है कि यह नया हिंदुस्तान है। मैं आदित्य और उनकी टीम को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने बॉर्डर पार के दुश्मनों और अंदर के दुश्मनों को उजागर किया। यह हमारे सुरक्षा बलों और उन सभी अज्ञात नायकों को दिल से श्रद्धांजलि है जो भारत के लिए शहीद हो जाते हैं।”

Point of View

मैं यह मानता हूँ कि 'धुरंधर' जैसी फिल्में न केवल मनोरंजन करती हैं बल्कि समाज को भी जागरूक करती हैं। यह फिल्म एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि हमें अपने भीतर के दुश्मनों को पहचानना होगा।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

फिल्म 'धुरंधर' का मुख्य विषय क्या है?
यह फिल्म पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और देश के अंदर के दुश्मनों को उजागर करती है।
अशोक पंडित ने फिल्म के बारे में क्या कहा?
उन्होंने इसे इस दशक की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक बताया और पूरी टीम की तारीफ की।
फिल्म के संवाद का क्या महत्व है?
फिल्म का एक संवाद देश की कड़वी सच्चाई को बयान करता है, जिससे दर्शकों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
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