क्या असम दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असमवासियों को बधाई दी?
सारांश
Key Takeaways
- असम दिवस का महत्व और इसके पीछे की संस्कृति
- प्रधानमंत्री मोदी का असम के विकास के प्रति दृष्टिकोण
- असम की ताई-अहोम संस्कृति का विकास
नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम दिवस (सुकफा दिवस) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के नागरिकों को दिल से शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में असम की समृद्ध संस्कृति, इतिहास और तेज विकास की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, “असम दिवस पर असम के मेरे प्यारे भाइयों-बहनों को ढेर सारी शुभकामनाएं। यह दिन स्वर्गदेव चाओलुंग सुकफा के सपनों को पूरा करने का संकल्प दोहराने का अवसर है। पिछले कुछ वर्षों में केंद्र सरकार और असम की एनडीए सरकार ने मिलकर राज्य के विकास के लिए दिन-रात मेहनत की है। सड़क, रेल, अस्पताल, स्कूल जैसे बुनियादी ढांचे में जबरदस्त सुधार हुआ है। ताई-अहोम संस्कृति और ताई भाषा को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। इससे असम के युवाओं को नई ताकत और अवसर मिल रहे हैं।”
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भी असम के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “असम दिवस की हार्दिक बधाई। यह दिन अहोम साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास को याद करने और असम की समृद्ध संस्कृति की रक्षा का संकल्प लेने का दिन है। हर भारतीय को इस संस्कृति पर गर्व है।”
उन्होंने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में असम में शांति स्थापित हुई है। कई उग्रवादी संगठनों ने हथियार डाले और विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। राज्य को शिक्षा और विकास का बड़ा केंद्र बनाने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह दिन देश की एकता को और मजबूत करेगा तथा हमारी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ाव को गहरा करेगा।
असम दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया। सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की डबल इंजन सरकार ने अहोम वंश और असम की गौरवशाली विरासत को विश्व मंच पर बनाए रखने और बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।