क्या बांग्लादेश में डेंगू की स्थिति गंभीर है? 24 घंटे में 3 और मौतें, मृतकों की संख्या 100 पार

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क्या बांग्लादेश में डेंगू की स्थिति गंभीर है? 24 घंटे में 3 और मौतें, मृतकों की संख्या 100 पार

सारांश

बांग्लादेश में डेंगू का प्रकोप एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में 3 और मौतें हुई हैं, जिससे मृतकों की कुल संख्या 101 हो गई है। जानिए इस गंभीर स्थिति के पीछे के कारण और विशेषज्ञों की राय।

Key Takeaways

  • डेंगू का प्रकोप बांग्लादेश में गंभीर हो गया है।
  • पिछले 24 घंटे में 3 और मौतें हुई हैं।
  • मौतों की कुल संख्या 101 हो गई है।
  • 448 नए मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
  • विशेषज्ञों का कहना है कि लक्षण तेजी से गंभीर हो रहे हैं।

ढाका, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है। मच्छरों से फैलने वाली इस बीमारी के कारण पिछले 24 घंटे में 3 और लोगों की मौत हो गई। इससे साल 2025 में डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है।

यह जानकारी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) के हवाले से यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश ने दी है।

इन ताजा मौतों की सूचना चिट्टागोंग डिवीजन और ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन से मिली है।

इस अवधि में 448 नए मरीजों को डेंगू के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिससे साल 2025 में डेंगू के कुल पुष्ट मामलों की संख्या 24,183 हो गई है।

डीजीएचएस के मुताबिक, डेंगू के नए मामलों की जानकारी बरिसाल डिवीजन (95), ढाका डिवीजन (84), चिट्टागोंग डिवीजन (81), खुलना डिवीजन (57), ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन (46), ढाका नॉर्थ सिटी कॉरपोरेशन (34), राजशाही डिवीजन (34), मैमनसिंह डिवीजन (8), रंगपुर (7) और सिलहट (2 केस) क्षेत्रों से मिली है।

वर्तमान में 1,374 मरीज बांग्लादेश के विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत हैं।

उल्लेखनीय है कि साल 2024 में डेंगू से 575 लोगों की जान जा चुकी है।

9 जुलाई को, डीजीएचएस के डायरेक्टर जनरल अबू जाफर ने डेंगू की बदलती प्रकृति पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि अब डेंगू के लक्षण ज्यादा गंभीर हो रहे हैं, जिससे इलाज में दिक्कतें बढ़ रही हैं।

मोहाखाली में डीजीएचएस के कॉन्फ्रेंस रूम में एक बैठक को संबोधित करते हुए जाफर ने कहा, "अब डेंगू को पहले की तरह नियंत्रित करना आसान नहीं रहा। कई मरीज तेजी से गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं।"

उन्होंने बताया कि मरीज अब ऐसे लक्षणों के साथ आ रहे हैं, जिनमें इंटेंसिव केयर और लगातार निगरानी की जरूरत पड़ती है। ऐसे मामलों में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड और बेडसाइड हीमाटोक्रिट मशीनें त्वरित जांच और उपचार निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

उन्होंने कहा कि ये उपकरण डॉक्टरों को जल्द जांच करने में मदद करते हैं और जटिलताओं को कम करते हैं। साथ ही लोगों को सलाह दी कि बुखार होने पर देर न करें और तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन बांग्लादेश ने डेंगू प्रबंधन के लिए डीजीएचएस को 1,600 यूनिट चिकित्सा उपकरण, 21 बेडसाइड हीमाटोक्रिट मशीनें और 8 पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीनें सौंपी हैं। डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधियों ने बांग्लादेश को डेंगू के खिलाफ लड़ाई में पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बांग्लादेश में डेंगू का प्रकोप एक गंभीर चिंता का विषय है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग को इस स्थिति से निपटने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। हमें अपनी जान और स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

डेंगू के लक्षण क्या हैं?
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, चकत्ते और थकान शामिल हैं।
डेंगू से बचने के उपाय क्या हैं?
डेंगू से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें, मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं और आसपास के वातावरण को साफ रखें।
डेंगू का इलाज कैसे किया जाता है?
डेंगू का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए दर्द निवारक और तरल पदार्थों का सेवन किया जाता है।
क्या डेंगू जानलेवा हो सकता है?
हां, डेंगू गंभीर हो सकता है और जानलेवा भी हो सकता है, खासकर जब रक्त प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है।
डेंगू का प्रकोप कब बढ़ता है?
डेंगू का प्रकोप आमतौर पर मानसून के दौरान मच्छरों की संख्या बढ़ने के साथ बढ़ता है।