क्या भारत टॉप वेडिंग डेस्टिनेशन बन सकता है? इंडस्ट्री से युवाओं को कैसे सशक्त किया जा सकता है : पीएचडीसीसीआई

सारांश
Key Takeaways
- भारत की मनोरंजन इंडस्ट्री तेजी से विकसित हो रही है।
- युवाओं के लिए वेडिंग इंडस्ट्री एक सशक्तीकरण का साधन है।
- फन-टैस्टिक 2025 समिट उभरते ट्रेंड्स को उजागर करता है।
- भारत की सांस्कृतिक विरासत का समृद्ध योगदान है।
- वेडिंग मंत्रालय की संभावनाएं भविष्य में खुल सकती हैं।
नई दिल्ली, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष हेमंत जैन ने शुक्रवार को कहा कि भारत के युवाओं के लिए मनोरंजन अब केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि एक आवश्यकता बन चुका है। उन्होंने पीएम मोदी के उस दृष्टिकोण पर चर्चा की, जिसमें इंडियन वेडिंग इंडस्ट्री को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनाने की बात की गई है।
हेमंत जैन ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जैसा कि पीएम मोदी ने कहा है, भारत को एक शीर्ष वेडिंग डेस्टिनेशन बनाया जा सकता है। हमारा मानना है कि भारत की लगभग 65 प्रतिशत जनसंख्या युवा है, जिसे इस इंडस्ट्री के माध्यम से सशक्त किया जा सकता है। हम एक ऐसा मंच पेश कर रहे हैं, जिसके जरिए हमारे देश के युवा न केवल अपने टैलेंट को प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि सशक्त भी बन सकते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि लाइव एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री, जो पहले कभी 1000 करोड़ की थी, अब 12000 करोड़ रुपये से अधिक की हो चुकी है। भारत सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है और यहाँ विभिन्न मौसमों के साथ हर किसी के लिए अवसर मौजूद हैं।
पीएचडीसीसीआई ने पहली बार उभरती मनोरंजन इंडस्ट्री पर केंद्रित समिट फन-टैस्टिक 2025 की शुरुआत की है। यह समिट, जो भारत में लाइव एंटरटेनमेंट, कॉन्सर्ट और इवेंट की जीवंत दुनिया का जश्न मनाने के लिए आयोजित की गई थी, पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में हो रही है।
भारत में मनोरंजन एक मल्टी-बिलियन डॉलर का उद्योग है, जिसमें लाइव एंटरटेनमेंट सेगमेंट शामिल है, जिसमें कॉन्सर्ट, वेडिंग्स, कॉर्पोरेट इवेंट और नाट्य शामिल हैं। अगले तीन वर्षों में उद्योग के 18 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़कर 2026 तक 143 अरब रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
राजीव जैन, पीएचडीसीसीआई की एंटरटेनमेंट कमिटी के अध्यक्ष ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "पीएचडीसीसीआई फन-टैस्टिक 2025 इवेंट के साथ अपने 120 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। वेडिंग इंडस्ट्री 7.5 लाख करोड़, कॉन्सर्ट इंडस्ट्री 13 हजार करोड़ की हो चुकी है। आज हर बड़ा कलाकार भारत के साथ काम करना चाहता है। हमें विश्वास है कि जिस तेजी से यह इंडस्ट्री बढ़ रही है, अगले दस वर्षों में एक वेडिंग टूरिज्म होगा और एक वेडिंग मंत्रालय भी होगा जो वेडिंग, कॉन्सर्ट और अन्य सभी इवेंट्स को प्रबंधित करेगा।"