क्या भारत ने विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप के पहले दिन स्वर्ण और अन्य पदक जीते?

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क्या भारत ने विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप के पहले दिन स्वर्ण और अन्य पदक जीते?

सारांश

बीजिंग में भारत ने विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप में पहले दिन चार पदक जीते, जिसमें एक स्वर्ण भी शामिल है। गुलफाम, रामुभाई और जॉबी के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने भारत का मान बढ़ाया। क्या भारत की यह सफलता आगे भी जारी रहेगी?

Key Takeaways

  • भारत ने चार पदक जीते: 1 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य।
  • गुलफाम अहमद, रामुभाई बंभवा, और जॉबी मैथ्यू ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
  • 2025 विश्व चैंपियनशिप के लिए यह एक महत्वपूर्ण योग्यता कार्यक्रम है।
  • भारतीय टीम के मुख्य कोच ने खिलाड़ियों की मेहनत की सराहना की।
  • भारत की पैरा पावरलिफ्टिंग में बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है।

बीजिंग, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने बीजिंग, चीन में आयोजित विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप 2025 के उद्घाटन दिन चार पदक - एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य - जीतकर अपने अंतरराष्ट्रीय अभियान की मजबूत शुरुआत की।

इस विश्व कप का आयोजन विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग द्वारा किया गया है, जिसमें 40 से अधिक देशों के शीर्ष पैरा पावरलिफ्टर शामिल हैं। यह 2025 विश्व चैंपियनशिप और पेरिस 2028 पैरालंपिक खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण योग्यता कार्यक्रम के रूप में कार्य करता है।

गुलफाम अहमद ने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी पुरुषों की एलीट 59 किग्रा श्रेणी में कांस्य पदक के साथ भारत का खाता खोला। उन्होंने अपने पहले प्रयास में 145 किग्रा उठाया और इसके बाद 151 किग्रा का सर्वश्रेष्ठ भार उठाया। 153 किग्रा में उनका तीसरा प्रयास बहुत कम अंतर से विफल रहा, लेकिन उनके पहले के प्रयास भारत को टूर्नामेंट का पहला पदक दिलाने के लिए पर्याप्त थे।

पुरुषों की एलीट 72 किग्रा श्रेणी में, रामुभाई बंभवा ने अपने पहले प्रयास में 151 किग्रा का सफल भार उठाकर भारत के खाते में एक और कांस्य पदक जोड़ा। हालांकि 155 किग्रा और 156 किग्रा में उनके अगले दो प्रयास मान्य नहीं हुए, लेकिन शुरुआती प्रयास मजबूत रहा और उन्हें सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट वर्गीकरण में पोडियम पर स्थान मिला।

अनुभवी भारोत्तोलक जॉबी मैथ्यू ने मास्टर्स श्रेणी में शानदार प्रदर्शन किया, कुल लिफ्ट में स्वर्ण और सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट के लिए रजत पदक हासिल किया। 140 किग्रा के शुरुआती असफल भारोत्तोलन के बाद, उन्होंने 145 किग्रा और 150 किग्रा के आत्मविश्वास से भरे भारोत्तोलन के साथ वापसी की। उनकी तकनीकी स्थिरता और वर्षों के अनुभव ने प्रशंसा अर्जित की और भारत की गिनती में दो पदक जोड़े।

भारतीय टीम के मुख्य कोच जे.पी. सिंह ने कहा: “हमारे एथलीटों ने उल्लेखनीय धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाया है। गुलफाम, जॉबी और रामूभाई ने निरंतरता और साहस का शानदार उदाहरण पेश किया है। हमें विश्वास है कि कल और भी पदक मिलेंगे।”

इंडिया पैरा पावरलिफ्टिंग के मानद सीईओ नितिन आर्य ने कहा: “यह भारत में पूरे पैरा पावरलिफ्टिंग समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। ये परिणाम एथलीटों के अनुशासन, महासंघ की योजना और हमारे कोचों और सहायक टीम के एकीकृत प्रयास का प्रतिबिंब हैं। हम प्रतिभाओं को निखारने और वैश्विक पोडियम पर भारत की निरंतर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

भारत की पदक तालिका - पहला दिन:

स्वर्ण - जॉबी मैथ्यू (मास्टर्स श्रेणी - कुल लिफ्ट)

रजत - जॉबी मैथ्यू (मास्टर्स श्रेणी - सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट)

कांस्य - गुलफाम अहमद (पुरुषों की एलीट 59 किग्रा - सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट)

कांस्य - रामूभाई बंभवा (पुरुषों की एलीट 72 किग्रा - सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट)

Point of View

बल्कि यह हमारे खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण का प्रमाण भी है। यह एक प्रेरणा है कि जब हम एकजुट होते हैं, तो कोई भी मुश्किल हमारे आगे नहीं टिक सकती। हमें अपने एथलीटों पर गर्व है और हमें उनकी सफलता की कामना करनी चाहिए।
NationPress
22/06/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने कितने पदक जीते हैं?
भारत ने विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप में चार पदक जीते हैं - एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य।
स्वर्ण पदक किसने जीता?
स्वर्ण पदक जॉबी मैथ्यू ने मास्टर्स श्रेणी में कुल लिफ्ट के लिए जीता।
यह प्रतियोगिता कब हुई थी?
यह प्रतियोगिता 22 जून 2025 को बीजिंग, चीन में आयोजित की गई।
भारत के अन्य पदकों के बारे में बताएं?
भारत ने गुलफाम अहमद द्वारा कांस्य और रामुभाई बंभवा द्वारा कांस्य पदक जीते।
इस प्रतियोगिता का महत्व क्या है?
यह प्रतियोगिता 2025 विश्व चैंपियनशिप और पेरिस 2028 पैरालंपिक खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण योग्यता कार्यक्रम है।