क्या सम्राट चौधरी का कहना है कि विपक्ष सिर्फ नाटक कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण विवाद का विषय बन गया है।
- विपक्ष ने इस मुद्दे पर जोरदार विरोध किया है।
- उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी मतदाता का नाम नहीं कटेगा.
- बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई है।
- तेजस्वी यादव ने विधानसभा में बहस की मांग की है।
पटना, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के खिलाफ विपक्ष ने आक्रामक रूप से मोर्चा खोला है। इस बीच, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विपक्ष के इस विरोध पर सियासी हमला किया।
डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्ष घड़ियाली आंसू बहा रहा है। पटना में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "भारत के संविधान में जो मतदाता बन सकते हैं, उनका नाम नहीं कटेगा। यह राज्य निर्वाचन आयोग और निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है। अब ये केवल नाटक कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "बिहार में ऐसे मतदाता जो बिहार या भारत के निवासी हैं, चाहे वे अति पिछड़े हों या दलित, उन्हें कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है। वे मतदान करेंगे।"
कानून व्यवस्था पर विपक्ष की चिंताओं पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पुलिस अपना कार्य कर रही है। इससे पहले, बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष के सदस्यों ने मतदाता सूची के विशेष गहन परीक्षण को लेकर जोरदार हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य हंगामे में जुट गए। यह स्पष्ट है कि यह सत्र हंगामेदार रहेगा और एसआईआर मुख्य मुद्दा होगा।
इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मतदाता पुनरीक्षण पर बहस की मांग की है। तेजस्वी यादव ने विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से कहा कि महागठबंधन के विधायक दलों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें बड़ा निर्णय लिया गया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सभी की विधानसभा अध्यक्ष से मांग है कि मतदाता पुनरीक्षण पर विधानसभा में चर्चा कराई जाए। लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर बिहार विधानसभा है। बिहार लोकतंत्र की जननी है।