क्या बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली का निर्णय सियासी मास्टरस्ट्रोक है?

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क्या बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली का निर्णय सियासी मास्टरस्ट्रोक है?

सारांश

बिहार में 125 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस निर्णय की सराहना हो रही है, वहीं आरजेडी इसे तेजस्वी यादव की जीत मान रही है। जानिए इस सियासी जंग के पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • बिहार में 125 यूनिट मुफ्त बिजली का ऐलान
  • नीतीश कुमार का मास्टरस्ट्रोक
  • राजनीतिक बयानबाजी तेज
  • आरजेडी का तेजस्वी यादव को श्रेय
  • 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ

पटना, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली के निर्णय पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 'फ्री बिजली' की घोषणा की। विधानसभा चुनावों के ऐलान से पहले इस फैसले ने सियासत में हलचल मचा दी है। सत्ताधारी पक्ष के नेता नीतीश कुमार के इस फैसले की सराहना कर रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे दबाव में लिया गया निर्णय मान रहा है।

जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता राजीव रंजन ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी जातियों और धर्मों के लिए 125 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा की है। हम केवल घोषणा नहीं करते, बल्कि इसे लागू भी करते हैं।"

आरजेडी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "गरीब, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के घरों से पहले ही लालटेन हटा दी गई थी। अब बिजली के बोझ से राहत देने के लिए सरकार ने 125 यूनिट मुफ्त बिजली का ऐलान किया है। यह सामाजिक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"

उन्होंने आगे कहा, "इससे नई पीढ़ी को लाभ होगा और उनके विकास में नीतीश कुमार के इस मास्टरस्ट्रोक ने 'लालटेन' जलाने वालों को 33 हजार वोल्ट का राजनैतिक करंट दिया है, जिससे बिहार की जनता को सुकून मिला है।"

वहीं, आरजेडी के नेताओं ने इस फैसले का श्रेय तेजस्वी यादव को दिया है। आरजेडी नेता शक्ति यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव जैसा नेता हो तो नीतीश कुमार को झुकना ही पड़ेगा।

उन्होंने कहा, "सरकार झुकती है, झुकाने वाला चाहिए। तेजस्वी यादव के संकल्पों में यह शक्ति है। मुफ्त बिजली का वादा और घोषणा के लिए तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को नाक रगड़ने पर मजबूर किया।"

तेजस्वी यादव ने बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाने का वादा किया था, जिसके कारण नीतीश कुमार ने इसे 1100 रुपये करने पर मजबूर हुए। यह तेजस्वी यादव के दृढ़ निश्चय का परिणाम है।

शक्ति यादव ने कहा, "अब इंतजार करें, 'माई बहिन मान योजना' को लागू करवाने के लिए सरकार से कान पकड़कर बात करेंगे।"

उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार सरकार के पास कोई दृष्टिकोण नहीं है। विजन वाला नेता तेजस्वी यादव है। बिहार को सहारे की जरूरत है, और तेजस्वी यादव ने इसका रोडमैप तैयार किया है। मुफ्त बिजली के निर्णय का श्रेय तेजस्वी यादव को जाता है।"

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 125 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1 अगस्त 2025 से राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई मूल्य नहीं देना होगा। इससे राज्य के 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।

Point of View

जो राज्य में आगामी चुनावों के मद्देनजर सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच की प्रतिस्पर्धा को और बढ़ा सकता है। यह निर्णय गरीबों के लिए राहत का प्रतीक बन सकता है, लेकिन इसे सियासी दृष्टिकोण से भी देखा जाना चाहिए।
NationPress
17/07/2025

Frequently Asked Questions

क्या बिहार में मुफ्त बिजली का निर्णय स्थायी है?
हां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अगस्त 2025 से सभी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली का निर्णय लिया है।
इस निर्णय का लाभ किसे मिलेगा?
इससे बिहार के लगभग 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ होगा।
क्या यह निर्णय चुनावी रणनीति है?
कई राजनीतिक विश्लेषक इसे आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक सियासी कदम मानते हैं।
आरजेडी का इस पर क्या कहना है?
आरजेडी ने इस निर्णय का श्रेय तेजस्वी यादव को दिया है और इसे उनकी जीत के रूप में देखा जा रहा है।
क्या यह निर्णय सामाजिक बदलाव की दिशा में है?
हां, कई नेताओं का मानना है कि यह निर्णय गरीब और पिछड़े वर्ग के लिए महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।