क्या बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है? मृत्युंजय तिवारी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की हार की संभावना है।
- जनता बदलाव के लिए तैयार है।
- जातीय जनगणना की आवश्यकता बताई गई है।
- तेजस्वी यादव को सीएम पद का नेतृत्व सौंपने की तैयारी है।
- असम के मुख्यमंत्री की स्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की हार सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि इस बार एनडीए जितने भी प्रयास कर ले, लेकिन हार का सामना करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता।
उन्होेंने प्रधानमंत्री मोदी के कट्टा वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस बार राज्य की जनता उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है। जनता एनडीए सरकार से असंतुष्ट है। यह दुखद है कि ये लोग गुजरात में फैक्ट्रियों की बात करते हैं, जबकि बिहार में कट्टे का जिक्र करते हैं। यह स्थिति अब बिहार की जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने बताया कि गुरुवार को प्रदेश की 121 सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं। इस बार प्रदेश की जनता बदलाव के लिए तैयार है और उन्होंने बदलाव का मन बना लिया है। तेजस्वी यादव को सीएम पद का नेतृत्व सौंपने के लिए जनता तैयार है।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि पहले जातीय जनगणना कराना आवश्यक है। इसके बाद ही आरक्षण को बढ़ाने पर विचार करेंगे ताकि राजनीतिक मोर्चे पर स्थिति विषम न हो।
उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के बयान पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि असम में पहले से ही कई समस्याएं हैं, इसलिए बेहतर होगा कि वे पहले अपने राज्य की समस्याओं का समाधान करें। यदि वे अपने राज्य की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाए तो उनके लिए भविष्य में स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।