क्या बिहार में युवाओं को रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता है? - संजय सिंह टाइगर
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता है।
- कौशल विकास योजनाओं का कार्यान्वयन महत्वपूर्ण है।
- श्रमिकों को सामाजिक सम्मान और उचित मजदूरी मिलनी चाहिए।
- बिहार में कैंप लगाकर रोजगार देने की योजना है।
- सरकार की योजनाओं का भौतिक सत्यापन जरूरी है।
पटना, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के नेता और बिहार सरकार के मंत्री संजय सिंह टाइगर ने सोमवार को श्रम संसाधन विभाग का कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर विभाग के सचिव दीपक आनंद ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। पदभार संभालने के बाद मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में श्रमिकों के लिए चल रही योजनाओं को आधार पर पूर्णतः लागू करना हमारी प्राथमिकता होगी।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि कौशल विकास मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसके तहत युवाओं और श्रमिकों को स्किल्ड करना है। उन्होंने जनसंख्या के आधार पर सेंटर की स्थापना करने का निर्देश दिया, ताकि युवाओं और श्रमिकों को गुणवत्तापूर्ण कौशलपूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त हो सके।
मंत्री ने कहा कि बिहार के मजदूर कई प्रदेशों में काम करते हैं और दूसरे देशों में भी जाते हैं। ऐसे मजदूरों को कैंप लगाकर रोजगार देना और उन्हें बिहार में रोजगार के लिए प्रेरित करना मेरा लक्ष्य होगा। जब तक श्रमिक अपने प्रदेश में काम नहीं करेंगे, तब तक बिहार का विकास नहीं हो पाएगा। गांव के गरीब युवा श्रमिक पूरी तरह से स्किल्ड हो जाएं। सरकार की योजनाओं का भौतिक सत्यापन कर उसका लाभ उन तक पहुंचाना मेरी प्राथमिकता होगी।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि विभाग की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं। इसके अतिरिक्त श्रम कानूनों को सही रूप से लागू किया जाए और श्रमिकों को उचित मजदूरी और सामाजिक सम्मान मिले, इसका भी पूरा ध्यान रखा जाए।
मंत्री संजय टाइगर ने कहा कि बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ सभी ऐसे श्रमिक बंधुओं तक पहुंचाना है, जो अभी तक इससे वंचित हैं। केंद्र सरकार ने हाल ही में कई श्रम संबंधी कोड में संशोधन किए हैं। उनका सही ढंग से क्रियान्वयन होना विभाग के साथ-साथ हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है, इसलिए हमें बिहार की बेहतरी के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करना है।
उन्होंने कहा, "यहां की जनता की सरकार से बहुत उम्मीदें हैं। उन उम्मीदों पर खरा उतरना सरकार की जिम्मेदारी है, और हम सभी सरकार का अभिन्न हिस्सा हैं। उन जिम्मेदारियों को निभाने में समान रूप से भी उत्तरदायी हैं।"