क्या भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर खुल्लमखुल्ला वोट चोरी का प्रयास कर रही है? - कृष्णा अल्लावारु

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा और चुनाव आयोग के बीच विवाद गहरा हो रहा है।
- कृष्णा अल्लावारु ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- मतदाता सूची में गलत प्रक्रिया का आरोप।
- लोकतंत्र और संविधान की सुरक्षा की आवश्यकता।
- वोटरों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी है।
पटना, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारु ने मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर कहा कि भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर एसआईआर के माध्यम से खुल्लम खुल्ला वोट चोरी का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब से एसआईआर प्रक्रिया शुरू की गई है, उसी दिन से सारा विपक्ष एकजुट होकर इसे एक घोटाला बता रहा है। यह वोट चोरी का एक प्रयास है। गलत तरीके से मतदाता सूची में नाम जोड़े गए हैं और गलत तरीके से नाम काटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया में कोई पारदर्शिता नहीं रखी है। यह चुनाव और वोट की सीधे चोरी है।
उन्होंने कहा कि पहले जमाने में बूथ कैप्चरिंग होती थी और आज भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर मतदाता सूची की ही कैप्चरिंग कर रही है। इसका हम सभी विरोध कर रहे हैं, क्योंकि यह संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करता है। कृष्णा अल्लावारु ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग न निष्पक्ष है और न ही पारदर्शी है। इस कारण हम लोग एसआईआर का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जो कार्य कर रहा है, उसे देश और बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा, "मतदाता सूची में गलत तरीके से लाखों वोट जोड़ दिए गए हैं। खुलेआम बीएलओ अपने हस्ताक्षर कर फॉर्म जमा कर रहे थे, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। जो प्रक्रिया चुनाव आयोग ने लिखित में जारी की है, उस प्रक्रिया के अनुसार न तो वोटर जोड़े गए हैं और न काटे गए हैं।"
उन्होंने कहा कि ऊपर से नीचे सभी पदाधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। यदि इन लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी और केवल विपक्ष को टारगेट किया जाएगा, तो पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी और भी अधिक हो जाएगी। इसका हम विरोध करते रहेंगे। हम लोग वोटरों के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।