क्या बोकारो आईजी ने 8 जिलों के एसपी के साथ बैठक कर अपराध नियंत्रण पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- आईजी सुनील भास्कर ने संगठित अपराध और नशे पर नियंत्रण के लिए निर्देश दिए।
- दुर्गा पूजा के सफल आयोजन के लिए बधाई दी गई।
- बैठक में सभी एसपी को दिशा-निर्देश दिए गए।
- माओवादी गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है।
- अतिरिक्त सुरक्षा बल संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए गए हैं।
रामगढ़, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के बोकारो रेंज के आईजी सुनील भास्कर ने गुरुवार को रामगढ़, धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा, चतरा, हजारीबाग और बोकारो के पुलिस अधीक्षकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। बैठक में उन्होंने संगठित अपराध और नशे के खिलाफ ठोस कदम उठाने के साथ-साथ शांतिपूर्ण दुर्गा पूजा संपन्न होने पर सभी को बधाई दी।
उत्तरी छोटा नागपुर बोकारो प्रक्षेत्र के आईजी सुनील भास्कर के रामगढ़ जिले में आगमन एवं प्रस्थान के दौरान सार्जेंट द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस बैठक में सभी पुलिस अधीक्षकों को दुर्गा पूजा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने और अपराध नियंत्रण के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी प्रदान किए गए। उन्होंने संगठित अपराध, नशे के खिलाफ कार्रवाई, लंबित मामलों की निगरानी और जेल से छूटकर आए अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
आईजी सुनील भास्कर ने कहा कि उत्तरी छोटा नागपुर जोन में सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ यह एक महत्वपूर्ण बैठक थी। उन्होंने सभी को दुर्गा पूजा को बेहतर तरीके से संपन्न कराने के लिए बधाई दी। इस दौरान जिले में अपराध के आंकड़ों पर भी गंभीर चर्चा की गई।
बैठक में प्रभात कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (धनबाद), अंजनी अंजन, पुलिस अधीक्षक (हजारीबाग), हरविंदर सिंह, पुलिस अधीक्षक (बोकारो), अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक (रामगढ़), सुमित अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक (चतरा), डॉ. विमल कुमार, पुलिस अधीक्षक (गिरिडीह), अनुदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक (कोडरमा), ऋत्विक श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक (शहरी, धनबाद) सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इससे पहले, झारखंड पुलिस के आईजी (अभियान) माइकल राज ने बताया कि माओवादियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सभी जिलों में सुरक्षा बलों को सतर्क किया गया है। संवेदनशील स्थानों, सरकारी प्रतिष्ठानों, रेल और सड़क मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं, ताकि जनजीवन सामान्य बना रहे।
आईजी ने कहा कि प्रस्तावित प्रतिरोध सप्ताह और बंद का असर झारखंड के अलावा बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और असम जैसे पड़ोसी राज्यों में भी देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से 15 अक्टूबर को होने वाले बंद को ध्यान में रखते हुए सूचना तंत्र को और सक्रिय किया गया है।
ज्ञात हो कि भाकपा (माओवादी) नक्सली संगठन ने 8 से 14 अक्टूबर तक प्रतिरोध सप्ताह और 15 अक्टूबर को एक दिवसीय बंद का आह्वान किया है। इस दौरान नक्सलियों के दस्ते गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। इसके मद्देनजर झारखंड पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।