क्या मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी के अपहरण मामले में संदिग्ध श्रीनगर में गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने 1989 के प्रसिद्ध अपहरण मामले में संदिग्ध को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तार किए गए संदिग्ध का पहले से भगोड़ा घोषित होना।
- अपहरण की घटना ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को प्रभावित किया है।
श्रीनगर, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 8 दिसंबर 1989 को श्रीनगर में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी तब हुई है जब मामला सीबीआई के पास सौंपा गया।
सीबीआई के एक बयान के अनुसार, एजेंसी ने रुबैया सईद अपहरण मामले में हवाल क्षेत्र के निवासी और वर्तमान में श्रीनगर के इशबर निशार में रहने वाले शफात अहमद शांगलू को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी को पहले भगोड़ा घोषित किया गया था।
शांगलू पर आरोप है कि उसने 1989 में यासीन मलिक और अन्य के साथ मिलकर इस अपराध की साज़िश रची। फरार आरोपी पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। आरोपी को अब जम्मू की टाडा अदालत में पेश किया जाएगा।
रुबैया सईद का अपहरण जम्मू-कश्मीर के सबसे चर्चित मामलों में से एक है, जिसे जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट ने अंजाम दिया था।
रुबैया ने यासीन मलिक को अपने प्रमुख अपहरणकर्ताओं में से एक के रूप में पहचाना। उस समय जेकेएलएफ ने अपने पांच गिरफ्तार आतंकवादियों की रिहाई की मांग की थी और तत्कालीन वीपी सिंह सरकार ने रुबैया के अपहरणकर्ताओं से सुरक्षा के लिए उनकी मांग मान ली थी।