क्या सीबीआई ने राजस्थान के पाली से लापता नाबालिग लड़की को बरामद किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने नाबालिग लड़की को बरामद किया।
- पांच आरोपी गिरफ्तार हुए हैं।
- यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है।
- कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने जांच की।
- लड़की की उम्र को लेकर दस्तावेज़ में गड़बड़ी पाई गई।
पाली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान से लापता एक नाबालिग लड़की को राजस्थान के पाली से सफलतापूर्वक बरामद किया है। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर, सीबीआई ने 16 फरवरी 2024 को इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था।
लापता नाबालिग लड़की 9 अगस्त 2023 को ट्यूशन के लिए गई थी और उसके लौटने में देरी के बाद यह आशंका जताई गई कि उसका अपहरण किया गया है। प्रारंभ में, इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस और फिर पश्चिम बंगाल सीआईडी द्वारा की गई। इसके बाद, लड़की की मां की याचिका पर हाई कोर्ट ने मामले को सीबीआई को सौंपा।
सूत्रों और कॉल डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर पता चला कि लापता लड़की को संभवतः राजस्थान के पाली जिले में भेजा गया था। इस पर सीबीआई की टीम पाली पहुंची और सूचना की पुष्टि के बाद, शुक्रवार को लड़की को आरोपी के घर से बरामद किया गया।
जांच से यह भी सामने आया है कि लड़की लापता होने के समय नाबालिग थी, लेकिन उसके शादी के लिए बनाए गए हलफनामों में उसे बालिग दिखाया गया था। उसे शादी के लिए दो बार बेचा गया था। संदेह है कि यह घटना एक बड़े मानव तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है।
लड़की की बरामदगी के बाद सीबीआई ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पाली की अदालत में सभी आरोपियों को पेश किया, जहाँ से उन्हें 3 दिनों के लिए ट्रांजिट रिमांड प्रदान किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में भरत कुमार, जगदीश कुमार, मीना दपुबेन, रता राम और दिलीप कुमार शामिल हैं।